Vikrant Shekhawat : Jul 14, 2024, 11:05 AM
IND vs PAK: वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लेजेंड्स के फाइनल में जिसकी उम्मीद थी, वही हुआ. इंडिया चैंपियंस ने पाकिस्तान चैंपियंस को हरा दिया. रिटायर भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तान के अपने समकक्षों के खिलाफ 5 विकेट से मुकाबला जीत लिया. भारत की इस शानदार जीत में पूरी टीम का योगदान रहा. लेकिन, जो काम मिडिल से लेकर आखिर के ओवरों में युवराज सिंह और पठान भाइयों ने मिलकर किया, उसने पाकिस्तान का सही मायनों में चैन चुरा लिया और इंडिया चैंपियंस की जीत 100 फीसद कन्फर्म हो गई.इंडिया चैंपियंस के कप्तान युवराज सिंह भले ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में अपने विस्फोटक मिजाज में थे. लेकिन, पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में वो बिल्कुल कूल-कूल दिखे. उन्होंने बस एक काम किया क्रीज पर डटकर खड़े रहने का. एक छोर संभाले रहने का. जिसका फायदा ये हुआ कि दूसरे छोर से पठान भाइयों को खुलकर खेलने की आजादी मिल गई.भारतीय पारी के आधे से ज्यादा छक्के यूसुफ पठान ने मारेपाकिस्तान के छक्के सबसे ज्यादा यूसुफ पठान ने छुड़ाए. इन दोनों भाइयों का कहर सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया पर भी टूटा था और फाइनल में पाकिस्तान पर भी टूटा. यूसुफ पठान की पारी इतनी विध्वंसक रही, कि उसमें भारतीय पारी के आधे से ज्यादा छक्के शामिल रहे. फाइनल में भारत की ओर से कुल 6 छक्के लगे, जिसमें यूसुफ पठान ने 3 छक्के अकेले मारे. इन 3 छक्कों के साथ 187 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट से खेलते हुए उन्होंने सिर्फ 16 गेंदों पर ही 30 रन ठोक दिए.यूसुफ गए तो इरफान शुरू, लगाया जीत का चौकापाकिस्तान ने भारत को 157 रन का लक्ष्य दिया था और यूसुफ पठान जब आउट हुए भारत 150 रन बना चुका था. मतलब अब जीत के लिए 7 रन और बनाने रह गए थे. ऐसे में बड़े पठान के जाने के बाद आगे का काम छोटे यानी इरफान पठान ने किया. पाकिस्तानियों के खिलाफ इंडिया चैंपियंस के लिए जीत का चौका यानी विनिंग शॉट इरफान पठान के ही बल्ले से निकला. वो 4 गेंदों में 5 रन बनाकर नाबाद रहे.युवराज सिंह ने प्ले किया एंकर रोलदोनों पठान भाइयों के मार-धाड़ से भरपूर क्रिकेट के बीच कप्तान युवराज सिंह ने एक छोर को संभाले रखने का काम बखूबी किया. आखिर तक नाबाद रहते हुए युवराज ने 22 गेंदों पर 15 रन बनाए.पाकिस्तान नहीं भूलेगा ये रिकॉर्डयूसुफ पठान और इरफान पठान के फाइनल में जीत में दिए योगदान से एक शानदार रिकॉर्ड भी बरकरार रहा. दरअसल, इन दोनों भाइयों के होते हुए पाकिस्तान के खिलाफ भारत फाइनल ना पहले कभी हारा था और ना ही अब हारा है.