Business / Paytm के Share Buyback के फैसले पर उठे सवाल, इस पैसे का इस्तेमाल नहीं कर पाएगी कंपनी

जानकारी के मुताबिक पेटीएम के ताजा वित्तीय परिणाम देखे जाए तो कंपनी के पास 9,182 करोड़ रुपये की नकदी उपलब्ध है. वहीं शेयर बायबैक को लेकर कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक 13 दिसंबर को होने वाली है. हाल ही में पेटीएम ने शेयर बाजार को जानकारी भेजी थी कि प्रबंधन का मानना है कि कंपनी की मौजूदा तरलता/वित्तीय स्थिति को देखते हुए शेयर बायबैक करने से शेयरधारकों को काफी फायदा होगा.

Vikrant Shekhawat : Dec 11, 2022, 04:09 PM
Paytm Share Price: पेटीएम इन दिनों काफी सुर्खियों में है. अब पेटीएम अपने शेयर भी बायबैक कर सकता है. इस पर जल्द ही फैसला लिया जा सकता है. हालांकि ऐसी जानकारी सामने आ रही है कि पेटीएम शेयर बायबैक (Paytm Share Buyback) के लिए आईपीओ से मिली राशि का इस्तेमाल नहीं कर सकता है. सूत्रों का कहना है कि भारत की सबसे बड़ी डिजिटल भुगतान सेवाएं उपलब्ध कराने वाली कंपनी पेटीएम की परिचालक कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड नियमों के तहत शेयर बायबैक के लिए IPO से हासिल हुई रकम का इस्तेमाल नहीं कर पाएगी. इसके लिए कंपनी को नकदी का इस्तेमाल करना होगा.

Share Buyback

जानकारी के मुताबिक पेटीएम के ताजा वित्तीय परिणाम देखे जाए तो कंपनी के पास 9,182 करोड़ रुपये की नकदी उपलब्ध है. वहीं शेयर बायबैक को लेकर कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक 13 दिसंबर को होने वाली है. हाल ही में पेटीएम ने शेयर बाजार को जानकारी भेजी थी कि प्रबंधन का मानना है कि कंपनी की मौजूदा तरलता/वित्तीय स्थिति को देखते हुए शेयर बायबैक करने से शेयरधारकों को काफी फायदा होगा.

IPO से इनकम

बता दें कि साल 2021 के अंत में शेयर मार्केट में कंपनी के शेयर लिस्ट हुए थे. हालांकि साल 2022 में कंपनी के शेयर में काफी गिरावट देखने को मिली है. बिकवाली और कंपनी के मुनाफे पर सवाल खड़े होने के बाद पेटीएम के शेयर आधे से भी ज्यादा टूट गए हैं. हालांकि सूत्रों का कहना है कि नियमों पर गौर किया जाए तो कोई भी कंपनी शेयर बायबैक के लिए IPO से हासिल हुई आय का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं.

इतने रुपये जुटाए थे

पिछले साल लॉन्च हुए पेटीएम के आईपीओ के जरिए कंपनी ने 18,300 करोड़ रुपये जुटाए थे. वहीं पिछले महीने कंपनी की ओर से कहा गया था कि आने वाले 12-18 महीनों में मुक्त नकदी प्रवाह पॉजिटिव हो जाएगा. सूत्रों ने भी संकेत दिया कि कंपनी नकदी प्रवाह सृजन के करीब है और इसका इस्तेमाल कारोबार विस्तार के लिए किया जाएगा.

होती है निगरानी

सूत्रों का कहना है कि जिस उद्देश्य के लिए आईपीओ लाया गया था, उसी उद्देश्य की पूर्ती के लिए आईपीओ की राशि का इस्तेमाल किया जा सकता है. वहीं इसकी निगरानी भी की जाती है. ऐसे में कंपनी अगर शेयर बायबैक के लिए आईपीओ की राशि का इस्तेमाल करती है तो ऐसा कंपनी नहीं कर पाएगी.