Vikrant Shekhawat : Jan 26, 2021, 04:05 PM
ब्रिटिश वैज्ञानिकों के एक समूह ने कहा है कि कुत्तों और बिल्लियों को भी भविष्य में कोरोना खत्म करने के लिए टीका लगाना पड़ सकता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि मनुष्यों के कोरोना से संक्रमित होने के खतरे के कारण, कुत्तों और बिल्लियों जैसे पालतू जानवरों को टीका लगाने की आवश्यकता हो सकती है।ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंग्लिया, अर्लम इंस्टीट्यूट और यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा के वैज्ञानिकों ने विरुलेंस जर्नल के एक लेख में पालतू जानवरों के टीकाकरण पर चर्चा की है। पिछले साल डेनमार्क में बेवर कोरोना वैरिएंट से सैकड़ों लोग संक्रमित थे। इसके बाद, लाखों ऊदबिलाव मारे गए
यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंग्लिया के प्रोफेसर कॉक वैन ओस्टरहुत ने कहा है कि पालतू जानवरों के लिए भी कोरोना वैक्सीन तैयार करना समझदारी होगी। उन्होंने कहा कि रूस ने पालतू जानवरों के लिए टीके तैयार करना भी शुरू कर दिया है।विरुलेंस जर्नल के प्रधान संपादक केविन टिलर का कहना है कि बिल्लियाँ कोरोना के लक्षण नहीं दिखाती हैं, लेकिन वे संक्रमित हो सकती हैं और वायरस को दूसरों में फैला सकती हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना जानवरों द्वारा संक्रमित होने के कारण, कोरोना के नए रूप भी सामने आ सकते हैं और फिर मनुष्यों पर हमला कर सकते हैं।वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस कुत्तों, बिल्लियों, मिंक सहित कई और जंगली और पालतू जानवरों को संक्रमित कर सकता है। इसलिए, भविष्य में उनके टीकाकरण की आवश्यकता हो सकती है। बता दें कि अब तक मनुष्यों में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 9 करोड़ 98 लाख से अधिक हो चुकी है और 21 लाख 40 हजार लोगों की मौत भी हो चुकी है।
यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंग्लिया के प्रोफेसर कॉक वैन ओस्टरहुत ने कहा है कि पालतू जानवरों के लिए भी कोरोना वैक्सीन तैयार करना समझदारी होगी। उन्होंने कहा कि रूस ने पालतू जानवरों के लिए टीके तैयार करना भी शुरू कर दिया है।विरुलेंस जर्नल के प्रधान संपादक केविन टिलर का कहना है कि बिल्लियाँ कोरोना के लक्षण नहीं दिखाती हैं, लेकिन वे संक्रमित हो सकती हैं और वायरस को दूसरों में फैला सकती हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना जानवरों द्वारा संक्रमित होने के कारण, कोरोना के नए रूप भी सामने आ सकते हैं और फिर मनुष्यों पर हमला कर सकते हैं।वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस कुत्तों, बिल्लियों, मिंक सहित कई और जंगली और पालतू जानवरों को संक्रमित कर सकता है। इसलिए, भविष्य में उनके टीकाकरण की आवश्यकता हो सकती है। बता दें कि अब तक मनुष्यों में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 9 करोड़ 98 लाख से अधिक हो चुकी है और 21 लाख 40 हजार लोगों की मौत भी हो चुकी है।