News18 : Sep 02, 2020, 09:40 AM
Delhi: कोरोना काल (Coronavirus) में लोग कैश ट्रांजेक्शन की जगह डिजिटल पेमेंट की तरफ ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं। ऐसे में डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए PhonePe छोटे दुकानदारों और किराना स्टोर को जोड़ने के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर लोगों को नियुक्त करना चाहती है।डिजिटल पेमेंट कंपनी PhonePe अगले कुछ दिनों में 10,000 लोगों को नौकरी देने की योजना बना रही है। इस समय फोनपे के डिजिटल प्लेटफार्म पर मर्चेंट को जोड़ने के लिए करीब आठ हजार लोग काम कर रहे हैं। देशभर में PhonePe के डिजिटल प्लेटफॉर्म से 1।10 करोड़ से अधिक मर्चेंट जुड़े हुए हैं।
बेंगलुरु की कंपनी PhonePe ने कहा है कि कस्बाई और ग्रामीण इलाकों में दुकानदारों को डिजिटल पेमेंट एक्सेप्ट करने के लिए वह नई टीम जोड़ने पर काम कर रही है। इस टीम में 10,000 से अधिक युवाओं को जोड़ा जा सकता है। कंपनी ने कहा है कि वह इन किराना दुकानों को फोनपे फॉर बिजनेस ऐप पर लाना चाहती है और उन्हें वह पेमेंट कंफर्मेशन, रसीद और इस तरह की अन्य सुविधाएं देना चाहती है। कोरोनावायरस महामारी के इस दौर में डिजिटल पेमेंट का वॉल्यूम बढ़ रहा है। कंपनी इसका फायदा उठाते हुए अधिक से अधिक छोटे कारोबारियों को अपने साथ जोड़ना चाहती है। कंपनी अगले 12 महीने में अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म से कम से कम ढाई करोड़ कारोबारियों को जोड़ना चाहती है।जुलाई 2020 में कंपनी ने 5।50 करोड़ यूपीआई ट्रांजेक्शन किए हैं। इनमें से 40-50 फ़ीसदी पीयर टू मर्चेंट ट्रांजेक्शन है। इस मामले से जुड़े लोगों ने यह जानकारी दी है। अगर ओवरऑल यूपीआई प्लेटफार्म की बात करें तो उसमें पीयर टू मर्चेंट मर्चेंट ट्रांजेक्शन की हिस्सेदारी बढ़ती जा रही है।
बेंगलुरु की कंपनी PhonePe ने कहा है कि कस्बाई और ग्रामीण इलाकों में दुकानदारों को डिजिटल पेमेंट एक्सेप्ट करने के लिए वह नई टीम जोड़ने पर काम कर रही है। इस टीम में 10,000 से अधिक युवाओं को जोड़ा जा सकता है। कंपनी ने कहा है कि वह इन किराना दुकानों को फोनपे फॉर बिजनेस ऐप पर लाना चाहती है और उन्हें वह पेमेंट कंफर्मेशन, रसीद और इस तरह की अन्य सुविधाएं देना चाहती है। कोरोनावायरस महामारी के इस दौर में डिजिटल पेमेंट का वॉल्यूम बढ़ रहा है। कंपनी इसका फायदा उठाते हुए अधिक से अधिक छोटे कारोबारियों को अपने साथ जोड़ना चाहती है। कंपनी अगले 12 महीने में अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म से कम से कम ढाई करोड़ कारोबारियों को जोड़ना चाहती है।जुलाई 2020 में कंपनी ने 5।50 करोड़ यूपीआई ट्रांजेक्शन किए हैं। इनमें से 40-50 फ़ीसदी पीयर टू मर्चेंट ट्रांजेक्शन है। इस मामले से जुड़े लोगों ने यह जानकारी दी है। अगर ओवरऑल यूपीआई प्लेटफार्म की बात करें तो उसमें पीयर टू मर्चेंट मर्चेंट ट्रांजेक्शन की हिस्सेदारी बढ़ती जा रही है।