Vikrant Shekhawat : May 03, 2022, 09:48 PM
Denmark : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश जाते हैं तो वह वहां रहने वाले भारतीय लोगों से संवाद करना नहीं भूलते। यूरोप दौरे के समय प्रधानमंत्री डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन पहुंचे तो उन्होंने भारतीयों से संवाद किया। पीएम मोदी ने कहा, दुनिया को बेहतर बनाने के लिए भारत और डेनमार्क की साझेदारी बहुत अहम है। क्लाइमेट को जो नुकसान हुआ है, उसमें भारत की भूमिका बहुत नगन्य है। दुनिया को तबाह करने में हिंदुस्तानियों की कोई भुमिका नहीं है।प्रधानमंत्री मोदी को सुनने के लिए कोपेनहेगन के सभागार में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे और मोदी-मोदी के नारे लगा रहे थे। पीएम ने भाषण के दौरान डेनमार्क की प्रधानमंत्री फ्रेडरिक्सन का भी आभार जताया। प्रधानमंत्री ने कहा, LIFE- यानी लाइफस्टाइल फॉर एन्वायरमेंट को प्रमोट करने का समय की सबसे बड़ी मांग है। इसके लिए यूज ऐंड थ्रो वाले माइंडसेट से बाहर निकलना होगा। उन्होंने कहा कि भारत के पास स्केल और स्पीड के साथ शेयर ऐंड केयर की भी वैल्यूज हैं। इसलिए वैश्विक चुनौतियों से निपने के लिए भारत की क्षमता में निवेश करना पूरी दुनिया के हित में है।पीएम ने आगे कहा, आज भारत जो कुछ भी हासिल कर रहा है, वो उपलब्धि सिर्फ भारत की नहीं है, बल्कि वो करीब वन-फिफ्थ ह्यूमेनिटी की उपलब्धि है। कल्पना कीजिए कि अगर भारत में हम वैक्सीनेशन को हर परिवार तक नहीं पहुंचा पाते, तो उसका दुनिया पर क्या असर होता? सबसे बड़ी बात ये है कि आज जो भी नया यूजर जुड़ रहा है, वो भारत के गांव से है। इसने भारत के गांव और गरीब को तो empower किया ही है, बहुत बड़े डिजिटल मार्केट का गेट खोल दिया है। ये नए भारत की रियल स्टोरी है। भारत को स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र में शायद ही गिना जाता था; यह अब दुनिया में तीसरे स्थान पर है। प्रधानमंत्री ने डेनमार्क की कंपनियों को भारत में हरित प्रौद्योगिकी, कोल्ड-चेन, कचरे के उपयोग तथा जहाजरानी और बंदरगाह जैसे विभन्नि क्षेत्रों में कारोबार के विशाल अवसरों का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया। मोदी कोपेनहेगन में मेजबान प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन के साथ भारत-डेनमार्क व्यापार मंच की बैठक को संबोधित किया। इस बैठक में दोनों देशों के कंपनी जगत के प्रतिनिधि शामिल थे। बैठक में डेनमार्क के युवराज फ्रेडरिक भी मौजूद थे।