Vikrant Shekhawat : Dec 26, 2020, 01:09 PM
जम्मू-कश्मीर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बड़ी सौगात दी. पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना लॉन्च की. इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुवाहाटी से वीडियो लिंक से जुड़े. वहीं केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद रहे. इस योजना का उद्देश्य जम्मू कश्मीर में यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज सुनिश्चित करना है, जिसका एक उद्देश्य वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना और सभी नागरिकों और समुदायों को बेहतर से बेहतर सुविधा कम से कम पैसे में प्रदान करना है. आयुष्मान भारत योजना लॉन्च करने के बाद पीएम मोदी ने इसके लाभार्थियों से बातचीत की और उन्हें हेल्थ कार्ड दिए गए. विभिन्न लोगों ने अपनी बीमारी और ठीक होने के अनुभव पीएम मोदी के साथ साझा किए. शाह बोले-नए युग की शुरुआत
इस मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के हर शख्स को इस योजना का लाभ मिलेगा. हर कश्मीरी इस योजना का लाभ ले पाएगा. इसके लिए 229 सरकारी अस्पताल और 35 प्राइवेट अस्पताल सूचीबद्ध किए गए हैं. उन्होंने एलजी मनोज सिन्हा को श्रेय देते हुए कहा कि पीएम मोदी हमेशा कहते हैं कि विकास जमीनी स्तर तक पहुंचना चाहिए.
हाल ही में हुए डीडीसी चुनावों पर शाह ने कहा कि डीडीसी चुनाव में एक बूंद खून नहीं बहा. शांतिपूर्ण और पारदर्शिता से चुनाव हुआ. शाह ने कहा, डीडीसी चुनावों के बाद विकास गांव तक, घर तक पहुंच पाएगा. केंद्र सरकार से पैसा अब जम्मू-कश्मीर सरकार की जगह जिला विकास परिषद् के पास जाएगा, जिससे वो इलाके के विकास का खाका तैयार करके काम करेंगे. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पहली बार विकास ने रफ्तार पकड़ी है और वह शांति का अनुभव कर रहा है.
लोगों को क्या फायदा होगा?
ये योजना जम्मू-कश्मीर के सभी निवासियों को मुफ्त बीमा की सुविधा मुहैया कराएगी. इसमें एक परिवार के लिए 5 लाख रुपए का बीमा कवर दिया जाएगा. ये योजना प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के साथ काम करेगी. इस योजना की खासियत ये है कि इसकी सुविधाओं को देश के किसी भी हिस्से में पोर्टेबल किया जा सकता है. जो भी हॉस्पिटल प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) के तहत आते हैं वे सभी हॉस्पिटल इस योजना के तहत भी आएंगे. जम्मू कश्मीर की जनता ऐसे किसी भी अस्पताल में अपना इलाज करवा सकेगी.
लॉन्चिंग से पहले केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं और कई योजनाएं चल रही हैं. जम्मू-कश्मीर हिंसा से मुक्त हुआ है. उपराज्यपाल ने कहा कि पीएम मोदी ने शुक्रवार को किसानों की मदद के लिए किसान सम्मान निधि योजना की अन्य किस्त जारी की. काफी समय बाद जम्मू-कश्मीर में बिना कोई हिंसा के कोई चुनाव हुआ. एलजी मनोज सिन्हा ने कहा, 28 दिसंबर को नवनिर्वाचित डीडीसी सदस्य शपथ लेंगे. जम्मू देश का इकलौता शहर है, जहां आईआईएम, आईआईटी और आईआईएमसी हैं. उन्होंने कहा कि 2 एम्स जम्मू-कश्मीर को आवंटित हुए हैं.
इस मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के हर शख्स को इस योजना का लाभ मिलेगा. हर कश्मीरी इस योजना का लाभ ले पाएगा. इसके लिए 229 सरकारी अस्पताल और 35 प्राइवेट अस्पताल सूचीबद्ध किए गए हैं. उन्होंने एलजी मनोज सिन्हा को श्रेय देते हुए कहा कि पीएम मोदी हमेशा कहते हैं कि विकास जमीनी स्तर तक पहुंचना चाहिए.
हाल ही में हुए डीडीसी चुनावों पर शाह ने कहा कि डीडीसी चुनाव में एक बूंद खून नहीं बहा. शांतिपूर्ण और पारदर्शिता से चुनाव हुआ. शाह ने कहा, डीडीसी चुनावों के बाद विकास गांव तक, घर तक पहुंच पाएगा. केंद्र सरकार से पैसा अब जम्मू-कश्मीर सरकार की जगह जिला विकास परिषद् के पास जाएगा, जिससे वो इलाके के विकास का खाका तैयार करके काम करेंगे. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पहली बार विकास ने रफ्तार पकड़ी है और वह शांति का अनुभव कर रहा है.
लोगों को क्या फायदा होगा?
ये योजना जम्मू-कश्मीर के सभी निवासियों को मुफ्त बीमा की सुविधा मुहैया कराएगी. इसमें एक परिवार के लिए 5 लाख रुपए का बीमा कवर दिया जाएगा. ये योजना प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के साथ काम करेगी. इस योजना की खासियत ये है कि इसकी सुविधाओं को देश के किसी भी हिस्से में पोर्टेबल किया जा सकता है. जो भी हॉस्पिटल प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) के तहत आते हैं वे सभी हॉस्पिटल इस योजना के तहत भी आएंगे. जम्मू कश्मीर की जनता ऐसे किसी भी अस्पताल में अपना इलाज करवा सकेगी.
लॉन्चिंग से पहले केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं और कई योजनाएं चल रही हैं. जम्मू-कश्मीर हिंसा से मुक्त हुआ है. उपराज्यपाल ने कहा कि पीएम मोदी ने शुक्रवार को किसानों की मदद के लिए किसान सम्मान निधि योजना की अन्य किस्त जारी की. काफी समय बाद जम्मू-कश्मीर में बिना कोई हिंसा के कोई चुनाव हुआ. एलजी मनोज सिन्हा ने कहा, 28 दिसंबर को नवनिर्वाचित डीडीसी सदस्य शपथ लेंगे. जम्मू देश का इकलौता शहर है, जहां आईआईएम, आईआईटी और आईआईएमसी हैं. उन्होंने कहा कि 2 एम्स जम्मू-कश्मीर को आवंटित हुए हैं.