United Nations / UN में 'भविष्य के शिखर सम्मेलन' को संबोधित करेंगे PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र में अगले सप्ताह आयोजित होने वाले 'भविष्य का शिखर सम्मेलन’ में भारत में हुए विकास से जुड़ी बातें साझा करेंगे। संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत ने यह जानकारी दी है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पर्वतनेनी हरीश ने 'पीटीआई' को दिए एक खास इंटरव्यू में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वह भारत के अपने घरेलू विकास की कहानी साझा करेंगे।’’

Vikrant Shekhawat : Sep 21, 2024, 04:10 PM
United Nations: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र में अगले सप्ताह आयोजित होने वाले 'भविष्य का शिखर सम्मेलन’ में भारत में हुए विकास से जुड़ी बातें साझा करेंगे। संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत ने यह जानकारी दी है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पर्वतनेनी हरीश ने 'पीटीआई' को दिए एक खास इंटरव्यू में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वह भारत के अपने घरेलू विकास की कहानी साझा करेंगे।’’

पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा

प्रधानमंत्री मोदी तीन दिवसीय यात्रा पर शनिवार को अमेरिका पहुंचेंगे, जहां वो डेलावेयर के विलमिंगटन में क्वाड के चौथे शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन क्वाड के वार्षिक शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी इसके बाद न्यूयॉर्क जाएंगे, जहां वह 22 सितंबर को लॉन्ग आइलैंड में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह 23 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा में आयोजित होने वाले ‘भविष्य का शिखर सम्मेलन’ को भी संबोधित करेंगे और इसके बाद भारत के लिए रवाना हो जाएंगे। 

युवाओं पर फोकस है सम्मेलन

हरीश ने कहा कि इस शिखर सम्मेलन का ध्यान विशेष रूप से युवाओं पर है क्योंकि वह विश्व का भविष्य हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भारत की जनसंख्या 140 करोड़ है और हमारी अधिकांश आबादी युवा है। जब प्रधानमंत्री बोलते हैं तो वह भारत के युवाओं का संदेश पूरी दुनिया के सामने लाते हैं।’’ हरीश ने कहा, ‘‘हम अपने युवाओं को कैसे शामिल कर सकते हैं और भविष्य में कैसे उनकी हिस्सेदारी ला सकते हैं? हम उन्हें शासन प्रक्रियाओं में कैसे शामिल कर सकते हैं? दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के तौर पर देखें तो मेरा मानना है कि जिस तरह से हमने अपने युवाओं को राजनीतिक, आर्थिक और विकास से जुड़ी प्रक्रियाओं में शामिल होने और राष्ट्र के विकास में भागीदार बनने के लिए सशक्त बनाया है, तो भारत से बेहतर कोई उदाहरण नहीं हो सकता है।’’