उत्तर प्रदेश / चर्चित MLA अमनमणि त्रिपाठी ने लिए सात फेरे, पहली पत्नी की हत्या का है आरोप

महराजगंज के नौतनवां से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी ने मंगलवार को गोरखपुर के एक मैरेज हाल में दूसरी शादी कर ली हालांकि लॉकडाउन के कारण अमनमणि बहुत सदगी से विवाह करने पहुंचे इनकी पत्नी का नाम ओशिन पाण्डेय है चर्चित मधुमिता शक्ला हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहे अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि पूर्व पत्नी की हत्या के बाद चर्चा में आए थे

Vikrant Shekhawat : Jun 30, 2020, 07:18 PM

गोरखपुर. उत्‍तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के विवादित विधायक अमनमणि त्रिपाठी (Aman Mani Tripathi) अक्सर अपने कारनामों को लेकर सुर्खियों में रहते है. महराजगंज के नौतनवां से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी ने मंगलवार को गोरखपुर के एक मैरेज हाल में दूसरी शादी कर ली. हालांकि लॉकडाउन के कारण अमनमणि बहुत सदगी से विवाह करने पहुंचे. इनकी पत्नी का नाम ओशिन पाण्डेय है. चर्चित मधुमिता शक्ला हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहे अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि पूर्व पत्नी की हत्या के बाद चर्चा में आए थे.


पत्नी सारा की हत्या के आरोपी


बता दें कि अमन मणि त्रिपाठी नौतनवां से निर्दलीय विधायक हैं. वह अपनी पत्नी सारा की हत्या के आरोपी हैं. इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है. उनके पिता पूर्व मंत्री अमर मणि त्रिपाठी और माता मधु मणि त्रिपाठी 2003 में लखनऊ में कवयित्री मधुमिता शुक्ला की हत्या के लिए दोषी ठहराए जाने के बाद पहले से ही जेल में सजा काट रहे हैं.


विवादों से रहा गहरा नाता


7 अप्रैल 2018 में लखनऊ के एक आयुष नाम के शख्स की कई बीघा जमीन कब्जाने को लेकर निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी चर्चा में रहे थे. उनका विवादों से पुराना नाता रहा है. उनका और उनके परिवार का पहले भी कई बार बड़े विवादों में नाम आता रहा है. पिता के जेल जाने के बाद अमनमणि ने 2012 का विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन हार गए. 2017 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं.


बीजेपी की प्रचंड लहर में भी बहनों ने दिलाई भाई को जीत

लंदन से लौटी अमर मणि त्रिपाठी की बेटी तनुश्री उस समय चर्चा में आईं जब 2017 में अपने भाई के चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतरीं थी. जनसम्पर्क बनाने के लिए महिलाओं से मिलीं. महिलाओं की समस्या और शिक्षा के मुद्दे पर फोकस करते हुए महिलाओं से जनसम्पर्क बनाते हुए घर-घर जाकर प्रचार-प्रसार किया. यह बहनों का ही कमाल था कि परिवार के पुरुषों पर महिला के हत्या का आरोप होने के बाद भी जनता ने अपना विधायक चुना.