पंजाब / पंजाब के सीएम चन्नी ने मंत्रियों के बीच बांटे विभाग, डिप्टी सीएम रंधावा को मिला गृह

पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने मंत्रिमंडल में विभागों का बंटवारा करते हुए सतर्कता और नागरिक उड्डयन को अपने पास रखा है। उप-मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा को गृह और दूसरे उप-मुख्यमंत्री ओ.पी. सोनी को स्वास्थ्य विभाग सौंपा गया है। मनप्रीत सिंह बादल को वित्त जबकि परगट सिंह को स्कूली शिक्षा व उच्च शिक्षा की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।

Vikrant Shekhawat : Sep 28, 2021, 02:26 PM
चंडीगढ़: पंजाब की चन्नी सरकार में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हो गया है. सुखजिंदर सिंह रंधावा को गृह मंत्रालय दिया गया है. सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने रविवार को राज्य मंत्रिपरिषद का पहला विस्तार कर 15 कैबिनेट मंत्रियों को शामिल किया था, जिसमें सात नए चेहरे हैं. राज्य में पांच महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इस कवायद से सत्तारूढ़ दल कांग्रेस ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है.

किसको मिला कौनसा विभाग?

ओपी सोनी- स्वास्थ्य मंत्री

अमरिंदर राजा वारिंग- परिवहन मंत्री

गुरकीरत सिंह कोटली- उद्योग और वाणिज्य मंत्री

परगट सिंह- उच्च शिक्षा और खेल मंत्री

मंत्रिपरिषद के विस्तार में रणदीप सिंह नाभा, राजकुमार वेरका, संगत सिंह गिलजियां, परगट सिंह, अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और गुरकीरत सिंह कोटली नए चेहरे हैं. राणा गुरजीत सिंह ने 2018 में अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद वापसी की है. बताया जाता है कि पंजाब के मंत्रिपरिषद में सात नए चेहरों को जगह मिलने से इसे कांग्रेस नेता राहुल गांधी की रणनीति के अनुरूप माना जा रहा है.

मंत्रिमंडल में इन चहरों को नहीं मिली जगह

अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में मंत्री रहे ब्रह्म मोहिंद्रा, मनप्रीत सिंह बादल, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, अरुणा चौधरी, सुखबिंदर सिंह सरकारिया, रजिया सुल्ताना, विजय इंदर सिंगला, भारत भूषण आशु को फिर से मंत्रिपरिषद में जगह दी गई.

दलित समुदाय से आते हैं सीएम चन्नी

प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू से लंबे समय तक टकराव के बाद अमरिंदर सिंह ने त्यागपत्र दे दिया था, जिसके बाद दलित समुदाय से आने वाले चन्नी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. राणा गुरजीत सिंह, मोहिंद्रा और सिंगला अमरिंदर सिंह के करीबी माने जाते हैं. मंत्रिपरिषद में नौ मंत्री मालवा, तीन दोआबा और छह माझा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं. दो उपमुख्यमंत्री माझा क्षेत्र से हैं.