Vikrant Shekhawat : Jul 10, 2021, 01:06 PM
नई दिल्ली: देश अभी कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। सरकार की कोशिश है कि वैक्सीनेशन ड्राइव के जरिए जल्दी से जल्दी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक वैक्सीन पहुंचाई जाए। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि गर्भवती महिलाओं को कोरोना की वैक्सीन लेना क्यों जरुरी है? स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि गर्भवती महिलाओं में कोविड-19 होने से समय पूर्व प्रसव जैसे कुछ खतरे बढ़ सकते हैं, इसलिए उनके लिए टीका लगवाना महत्वपूर्ण है। इससे पहले इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने भी बताया था कि कोरोना संक्रमित कुछ गर्भवती महिलाओं में प्री- मैच्योर डिलीवरी की स्थिति पैदा हुई है। ऐसे बच्चों का वजन जन्म के समय 2.5 किलोग्राम तक कम हो सकता है। यहां तक की दुर्लभ स्थिति में गर्भ में बच्चे की जान भी जा सकती है। गर्भवती महिलाओं के लिए तीनों टीकों को उपयुक्त बताया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि बहुत सी महिलाओं में कोरोना संक्रमण के शुरुआती लक्षण मामूली होते है लेकिन कई मामलों उनके सेहत पर असर भी पड़ा है। कई बार देखा गया है कि संक्रमण के दौरान उनकी सेहत में गिरावट आती है इसका असर गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी हो सकता है ऐसे में जरूरी हो जाता है कि गर्भवती महिलाएं भी अपनी और बच्चे की सुरक्षा को लेकर सुनिश्चित रहें। बता दें कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने बताया था कि वैक्सीन गर्भवती महिलाओं के लिए पूरी तरह सुरक्षित है और यह अन्य लोगों की तरह गर्भवती महिलाओं की भी रक्षा कोविड-19 संक्रमण से करता है। नीति आयोग (स्वास्थ्य), के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में कहा है कि 'कोरोना वायरस का लैम्बडा स्वरूप चिंता का विषय है। हमें ऐसे वेरिएंट्स पर नजर बनाए रखनी है। हालांकि, अभी तक इस वेरिएंट के भारत में मिलने के सबूत नहीं मिले हैं।' स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि भारत में कोविड-19 के 80 फीसदी नए मामले 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 90 जिलों से आए, जो इन इलाकों में ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता की ओर इशारा कर रहे हैं।इस प्रेस वार्ता में डॉक्टर वीके पॉल ने कहा कि पर्यटन स्थलों पर लोगों के कोविड प्रोटोकॉल का पालन किए बिना बड़ी संख्या में पहुंचने की घटनाएं चिंता का सबब हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि 'हम इस समय सुरक्षा में लापरवाही नहीं कर सकते। पर्यटन स्थलों पर नया खतरा देखा जा रहा है जहां भीड़ एकत्र हो रही है और शारीरिक दूरी व मास्क पहनने जैसे नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है।'