देश / जम्मू-कश्मीर में थी पुलवामा जैसे हमले की तैयारी, सेना ने 52 किलो विस्फोटक बरामद कर तोड़े मंसूबे

सेना के सूत्रों ने जानकारी दी है कि जम्मू-कश्मीर में पुलवामा जैसे एक भीषण आतंकी हमले को टाल दिया गया है। कश्मीर के पुलवामा जिले के लेथिपोरा गांव से सेना ने 52 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री बरामद की है। माना जा रहा है कि इस विस्फोटक के जरिए सेना पर बड़े हमले की तैयारी की जा रही थी। सेना के अधिकारी ने जानकारी दी है-हमने पुलवामा जैसा एक हमला टालने में सफलता पाई है।

News18 : Sep 18, 2020, 06:25 AM
नई दिल्ली। सेना के सूत्रों ने जानकारी दी है कि जम्मू-कश्मीर में पुलवामा जैसे एक भीषण आतंकी हमले को टाल दिया (Pulwama-like Attack Averted) गया है। कश्मीर के पुलवामा जिले के लेथिपोरा (Lethipora) गांव से सेना ने 52 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री बरामद की है। माना जा रहा है कि इस विस्फोटक के जरिए सेना पर बड़े हमले की तैयारी की जा रही थी।  सेना के अधिकारी ने जानकारी दी है-हमने पुलवामा जैसा एक हमला टालने में सफलता पाई है। आज दिन में चलाए गए एक ज्वाइंट सर्च ऑपरेशन के दौरान पानी के एक टैंक के भीतर से इस विस्फोटक को बरामद किया गया है।


50 डिटोनेटर भी किए गए बरामद

अधिकारी ने बताया कि 52 किलो विस्फोटक 416 अलग-अलग पैकेट्स में रखे गए थे। एक अन्य टैंक से 50 डिटोनेटर बरामद किए गए हैं। इन डिटोनेटर्स को सुपर 90 या एस 90 कहा जाता है। विशेस बात यह है कि जिस जगह इस विस्फोटक सामग्री को बरामद किया गया है वो नेशनल हाईवे से महज 9 किलोमीटर की दूरी पर है। वही नेशनल हाईवे जहां पर 2019 की 14 फरवरी के दिन पुलवामा हमले को अंजाम दिया गया था। इस हमले में 40 सीआरपीएफ जवानों ने अपनी शहादत दी थी।


मुठभेड़ में तीन आतंकी किए गए ढेर

इससे पहले गुरुवार को ही खबर आई कि जम्मू-कश्मीर के बटमालू में भारतीय सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में 3 आतंकी ढेर हो गए, जबकि एक महिला की मौत हो गए। दोनों ओर से हुई फायरिंग में सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट सहित एक जवान घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। सेना ने इलाके को घेर रखा है और दहशतगर्दों की तलाश जारी है।


जानकारी के मुताबिक, भारतीय सुरक्षाबलों को खुफिया जानकारी मिली थी कि कुछ आतंकी बाटामालू के फिरदौसबाद इलाके में छुपे हुए हैं। खुफिया जानकारी के आधार पर भारतीय सुरक्षाबलों ने सीआरपीएफ की टीम और स्थानीय पुलिस की मदद से रात करीब 2:30 बजे इलाके की घेराबंदी करनी शुरू की। तलाशी अभियान के दौरान एक घर से फायरिंग शुरू कर दी गई। सेना ने सभी दहशगर्दों को हथियार डालने को कहा, लेकिन आतंकी लगातार फायरिंग करते रहे।