Vikrant Shekhawat : Jun 17, 2021, 07:13 AM
मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की तीसरी लहर (Coronavirus Third Wave) को लेकर तैयारियों का दौर शुरू हो गया है। राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने बुधवार को एक बैठक की। उन्होंने अधिकारियों से संभावित तीसरी लहर के लिए पर्याप्त मेडिकल सप्लाई रखने के निर्देश दिए हैं। इस बैठक में राज्य के कोविड टास्क फोर्स के अधिकारी और डॉक्टर्स शामिल थे। सीएम ठाकरे ने इस दौरान ग्रामीण इलाकों में दवाओं की व्यवस्थाओं पर भी जोर दिया है।
डॉक्टर्स ने बड़े स्तर पर सीरो सर्व कराए जाने की बात पर जोर दिया। इससे लोगों में कोविड एंटीबॉडीज का स्तर और टीकाकरण की जानकारी मिल सकेगी। कई जानकारों ने भीड़ लगाने और स्वास्थ्य नियमों की अनदेखी करने को लेकर भी चेतावनी दी। सीएम ने पिछली लहरों से सीख लेने की बात पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पहली लहर में राज्य पर्याप्त सुविधाएं नहीं थी, लेकिन बाद में सुविधाएं विकसित होने के बाद हाल बेहतर हुए थे। दूसरी लहर ने हमें बहुत सिखाया। उन्होंने कहा, 'यह लहर अब हट रही है और इससे अनुभव लेकर हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि दवाओं, स्वासथ्य सुविधाओं, बिस्तरों और ऑक्सीजन उपलब्ध हो। इसे प्राथमिकता से लिया जाना चाहिए।'टीकाकारण का क्या है हालमहाराष्ट्र में वैक्सीन उपलब्धता को लेकर ठाकरे ने कहा कि जानकारी मिली है कि राज्य को अगस्त-सितंबर के आसपास 42 करोड़ डोज मिलेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ टीकाकरण जरूरी हिस्सा है, लेकिन मास्क पहनने, सफाई रखने और सोशल डिस्टेंसिंग समेत कोविड नियमों का पालन करना भी उतना ही जरूरी है। बैठक के दौरान RT-PCR किट्स, मास्क, पीपीई किट्स, दवाओं की खरीदी और उनके लिए फंड के प्रावधान को लेकर भी चर्चा की गई।यह रहा मीटिंग का अहम मुद्दा
मीटिंग में चर्चा का अहम मुद्दा यह रहा कि पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर में मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई थी। अब जब नए डेल्टा प्लस वेरिएंट का खतरा मंडरा रहा है, तो यह अनुमान लगाया जा रहा है कि तीसरी लहर में मौजूदा आंकड़े दोगुने तक पहुंच सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि पहली लहर के दौरान राज्य में 19 लाख मरीज थे और दूसरी लहर में यह संख्या 40 लाख को पार कर गई। एक्टिव केस की संख्या आठ लाख के पार हो सकती है और संक्रमित बच्चों की संख्या 10 प्रतिशत हो सकती है।इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, मुख्य सचिव सीताराम कुंटे, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव आशीष कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव विकास खड़गे, मुख्यमंत्री के सचिव आबासाहेब जरहाद, वित्त विभाग के प्रमुख सचिव राज गोपाल देवरा उपस्थित थे। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव डॉ प्रदीप व्यास, डॉ रामास्वामी, डॉ संजय ओक, डॉ शशांक जोशी, डॉ राहुल पंडित, डॉ तात्याराव लहाने और अन्य लोग मौजूद थे।
डॉक्टर्स ने बड़े स्तर पर सीरो सर्व कराए जाने की बात पर जोर दिया। इससे लोगों में कोविड एंटीबॉडीज का स्तर और टीकाकरण की जानकारी मिल सकेगी। कई जानकारों ने भीड़ लगाने और स्वास्थ्य नियमों की अनदेखी करने को लेकर भी चेतावनी दी। सीएम ने पिछली लहरों से सीख लेने की बात पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पहली लहर में राज्य पर्याप्त सुविधाएं नहीं थी, लेकिन बाद में सुविधाएं विकसित होने के बाद हाल बेहतर हुए थे। दूसरी लहर ने हमें बहुत सिखाया। उन्होंने कहा, 'यह लहर अब हट रही है और इससे अनुभव लेकर हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि दवाओं, स्वासथ्य सुविधाओं, बिस्तरों और ऑक्सीजन उपलब्ध हो। इसे प्राथमिकता से लिया जाना चाहिए।'टीकाकारण का क्या है हालमहाराष्ट्र में वैक्सीन उपलब्धता को लेकर ठाकरे ने कहा कि जानकारी मिली है कि राज्य को अगस्त-सितंबर के आसपास 42 करोड़ डोज मिलेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ टीकाकरण जरूरी हिस्सा है, लेकिन मास्क पहनने, सफाई रखने और सोशल डिस्टेंसिंग समेत कोविड नियमों का पालन करना भी उतना ही जरूरी है। बैठक के दौरान RT-PCR किट्स, मास्क, पीपीई किट्स, दवाओं की खरीदी और उनके लिए फंड के प्रावधान को लेकर भी चर्चा की गई।यह रहा मीटिंग का अहम मुद्दा
मीटिंग में चर्चा का अहम मुद्दा यह रहा कि पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर में मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई थी। अब जब नए डेल्टा प्लस वेरिएंट का खतरा मंडरा रहा है, तो यह अनुमान लगाया जा रहा है कि तीसरी लहर में मौजूदा आंकड़े दोगुने तक पहुंच सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि पहली लहर के दौरान राज्य में 19 लाख मरीज थे और दूसरी लहर में यह संख्या 40 लाख को पार कर गई। एक्टिव केस की संख्या आठ लाख के पार हो सकती है और संक्रमित बच्चों की संख्या 10 प्रतिशत हो सकती है।इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, मुख्य सचिव सीताराम कुंटे, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव आशीष कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव विकास खड़गे, मुख्यमंत्री के सचिव आबासाहेब जरहाद, वित्त विभाग के प्रमुख सचिव राज गोपाल देवरा उपस्थित थे। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव डॉ प्रदीप व्यास, डॉ रामास्वामी, डॉ संजय ओक, डॉ शशांक जोशी, डॉ राहुल पंडित, डॉ तात्याराव लहाने और अन्य लोग मौजूद थे।