महाराष्ट्र / पुणे में 30 अप्रैल तक बंद रहेंगे स्कूल और कॉलेज; लॉकडाउन पर 2 अप्रैल को होगा फैसला

महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री अजित पवार ने बताया है कि पुणे में अब 30 अप्रैल तक स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। उप-मुख्यमंत्री ने बताया कि 2 अप्रैल को प्रस्तावित अगली बैठक में लॉकडाउन लागू करने को लेकर फैसला लिया जाएगा। गौरतलब है कि पुणे राज्य में कोविड-19 से सर्वाधिक प्रभावित ज़िला है जहां 50,000 से अधिक सक्रिय मामले हैं।

Vikrant Shekhawat : Mar 26, 2021, 07:29 PM
पुणे: पुणे में फिलहाल लॉकडाउन (Pune Lockdown Update) टल गया है. शुक्रवार को पुणे के संरक्षक मंत्री और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि स्थिति गंभीर होती जा रही है. 1 अप्रैल से सभी राजनीतिक और निजी कार्यक्रम रद्द करने का निर्णय लिया गया है. इसके तहत सार्वजनिक उद्यान और पार्क सिर्फ सुबह के वक्त ही खुले रहेंगे. मॉल और थिएटर सिर्फ 50 प्रतिशत की क्षमता से खोले जा सकते हैं. सार्वजनिक होली खेलने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. 30 अप्रैल तक सभी स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे. 10 वीं और 12 वीं की परीक्षा समय पर होंगी. एमपीएससी की परीक्षा समयानुसार होगी. पुणे में पहले की ही तरह नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा.

उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि लॉकडाउन लगाने से नागरिकों के रोजी-रोटी का प्रश्न खडा हो जाएगा. हम ऐसा नहीं चाहते. लेकिनस्थिति नहीं सुधरती है, कोरोना के नियमों का पालन ठीक तरह से नहीं किया जाता है तो 2 अप्रैल को यानी आगामी शुक्रवार को लॉकडाऊन के संदर्भ में निर्णय लेना पड़ेगा. कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए यह जरूरी हो जाएगा. लॉकडाऊन लागू करने से पहले कुछ तैयारियों का भी जायजा लेना जरूरी है.

‘होम क्वारंटीन विकल्प नहीं, अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाएंगे’

कोरोना के नियंत्रण के उपायों पर बात करते हुए अजित पवार ने कहा कि एक व्यक्ति को कोरोना होता है तो पूरा परिवार संक्रमति हो जाता है. इसलिए होम क्वारंटीन कोई विकल्प नहीं है. स्थानीय प्रशासन ने प्राइवेट अस्पतालों से कोरोना के इलाज के लिए 50 प्रतिशत बेड अपने कब्जे में लेने का निर्णय लिया है. ससून अस्पताल में 500 बेड्स की व्यवस्था की जाएगी. जम्बो अस्पताल में जांच और इलाज की सुविधाएं बढ़ाई जाएगी. वैक्सीनेशन के 316 केंद्रों की क्षमता दुगुनी की गई जाएगी.

कोरोना संक्रमण बढ़ रहा लेकिन मृत्यु दर नियंत्रण में

उन्होंने कहा कि राहत की बात यह है कि कोरोना का संक्रमण तो बढ़ रहा है लेकिन मृत्यु दर नियंत्रण में है. आगे अजित पवार ने कहा कि केंद्र सरकार से भी यह गुजारिश है कि वे कोरोना संक्रमण की संख्या जिन क्षेत्रों में ज्यादा है उन क्षेत्रों में आनुपातिक आधार पर कोरोना के वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ाया जाए.