Vikrant Shekhawat : Jul 22, 2020, 01:12 PM
गाजियाबाद | दिल्ली से सटे गाजियाबाद में भांजी के साथ छेड़छाड़ का विरोध करने वाले पत्रकार विक्रम जोशी (Vikram Joshi) सरेआम गोली मारकर हत्या के मामले पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है। जोशी को सोमवार रात कुछ बदमाशों ने सिर में गोली मार दी थी, जिसके बाद बुधवार तड़के उनका निधन हो गया। राहुल गांधी ने योगी सरकार पर कहा है कहा है कि 'वादा था राम राज का, दे दिया गुंडाराज'। वारदात का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें दिखाई दे रहा है कि पांच-छह बदमाश जोशी को घेरकर मार रहे हैं, तभी एक दूसरा अपराधी आता है और उनके सिर में बिल्कुल करीब से गोली मार देता है। गोली लगने के बाद जोशी जमीन पर गिर जाते हैं और बदमाश भाग जाते हैं। जिसके तुरंत बाद उनकी बेटी पास में आती है और घबराई हुई मदद के लिए चिल्लाती है। इस मामले में मंगलवार तक पुलिस ने नौ आरोपी गिरफ्तार किए गए थे। वहीं, चौकी इंचार्ज को लापरवाही बरतने पर सस्पेंड भी कर दिया गया।इससे पहले, कांग्रेस महासचिव और राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा, "गाजियाबाद NCR में है। यहां कानून व्यवस्था का ये आलम है तो आप पूरे यूपी में कानून व्यवस्था के हाल का अंदाजा लगा लीजिए। एक पत्रकार को इसलिए गोली मार दी गई क्योंकि उन्होंने भांजी के साथ छेड़छाड़ की तहरीर पुलिस में दी थी। इस जंगलराज में कोई भी आमजन खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेगा? दरअसल, गाज़ियाबाद में पत्रकार ने अपनी भांजी के छेड़ने की तहरीर पुलिस को दी थी। पुलिस ने ना उसमें कार्रवाई की और ना ही किसी की गिरफ्तारी की। इसके बाद तहरीर देने से नाराज़ बदमाशों ने सोमवार की देर रात पत्रकार को गोली मार दी। विजय नगर में युवक विक्रम को गोली मारने की लाइव घटना सीसीटीवी में कैद हुई है, जिसमें युवक अपने बच्चों के साथ सड़क पर पैदल जाता दिखाई दे रहा है। तभी आधा दर्जन युवक बाइक से आते है और उसे घेर लेते है फिर उसके साथ मारपीट करते है। इसी दौरान एक युवक पिस्टल निकाल कर उसे सर में गोली मार देता है, जिसके बाद पत्रकार सड़क पर गिर पड़ता है। इसके बाद सभी हमलावर मौके से फरार हो जाते हैं। घटना बीती रात तकरीबन साढे 10 बजे हुई। घटना के बाद पुलिस को इसकी जानकारी दी गई और घायल को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।क्रम को गंभीर हालात में यूपी के गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। विक्रम के साथ उस समय उनकी बेटियां भी मौजूद थीं। पत्रकार पर हुए हमले के बाद पीड़ित लड़की ने अपने साथ छेड़छाड़ की घटना को लेकर बयान भी दिया था। उसने बताया था कि कैसे आरोपी आते-जाते परेशान करते थे। उधर, पुलिस ने 16 जुलाई को पत्रकार की भांजी के साथ छेड़छाड़ मामले में दी गई शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया है।बेटियां साथ थींजानकारी के मुताबिक, सोमवार रात जब पत्रकार विक्रम जोशी पर हमला हुआ तब उनकी दो बेटियां भी बाइक पर सवार थीं। बड़ी बेटी के मुताबिक, पापा बाइक चला रहे थे, इसी दौरान जब बाइक सड़क पर आई तो कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया और बाइक गिरा दी। जब पापा ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो वे लोग पापा को मारने लगे। इस दौरान कार के पास ले जाकर एक हमलावर ने उनको गोली मार दी। इसके बाद हमला करने वाले फरार हो गए। इस घटना में परिजन की तरफ से 3 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया है।'पुलिस ने समय पर की होती कार्रवाई तो नहीं होता ये अंजाम'घायल पत्रकार विक्रम जोशी के भाई अनिकेत जोशी ने बताया कि तीन दिन पहले आरोपी युवकों ने उनकी भांजी पर अश्लील फब्तियां कसी थी, जिसको लेकर मारपीट भी हुई थी। भांजी के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना की बाबत रिपोर्ट विजय नगर थाने में दर्ज कराई थी, जिसके बाद से आरोपी युवक लगातार धमकी दे रहे थे। मुकदमा होने के 3 दिन बाद तक उनके खिलाफ पुलिस द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। इसी का नतीजा था कि उन्होंने विक्रम को घेरकर गोली मार दी।पत्रकार का शव लेने से परिवार का इनकार, कहा- पहले आरोपी को पकड़ें
विक्रम जोशी के भांजे का कहना है कि कमाल-उ-दीन के बेटे सहित कुछ लड़के मेरी बहन के साथ छेड़छाड़ करते थे। मेरे मामा घर आ रहे थे, जब कमाल-उ-दीन के बेटे ने उन पर हमला किया और उन्हें गोली मार दी। मुख्य आरोपी के पकड़े जाने तक हम अपने मामा के पार्थिव शरीर को नहीं लेंगे। एएनआई से बात करते हुए विक्रम जोशी के भांजे ने कहा कि मेरा घर माता कॉलोनी में है। मेरी बहन पर ये लोग कमेंट करते थे। मेरे मामा ने विरोध किया। इसके बाद कमाल-उल-दीन के लड़के ने मेरे मामा के सिर में गोली मारी है। मामा मेरी बहन के बर्थडे को सेलिब्रेट करने आ रहे थे और बीच में ही बदमाशों ने घेरकर गोली मार दी। विक्रम जोशी के भांजे ने कहा कि पहले मेरे मामा को 15-20 बदमाशों ने बहुत मारा, फिर गोली मार दी। हम जबतक पहुंचते, तबतक काफी देर हो चुकी थी। हम तो अब इंसाफ चाहते हैं। हमें कमाल-उ-दीन का लड़का चाहिए। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए भांजे ने कहा कि हमने शिकायत की थी, लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पत्रकार की मासूम बेटी ने बताई हमले की पूरी कहानी- पहले पापा को पीटा, फिर मार दी गोलीपीड़ित लड़की ने आजतक से बातचीत करते हुए बताया कि कैसे आरोपी उसे परेशान करते थे। घर के बाहर जाने पर उसके साथ अक्सर छेड़छाड़ होती थी। उस पर फब्तियां कसी जाती थीं। इस मामले को लेकर पुलिस से भी शिकायत की गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। पीड़ित लड़की सामने आई और उसने कहा कि उसके साथ पहले भी कई बार छेड़छाड़ हुई थी। घर से बाहर आने जाने पर आरोपी फब्तियां कसते थे। उसने बताया कि पुलिस को शिकायत दी थी, पर कुछ नहीं हुआ। जब पत्रकार विक्रम जोशी पर हमला किया गया. उनके साथ उनकी दो बेटियां भी बाइक पर सवार थीं. उनकी बड़ी बेटी 8 साल की है, जबकि छोटी बेटी 5 साल की है. बड़ी बेटी ने आजतक की टीम को बताया "पापा बाइक चला रहे थे, बीच में छोटी बेटी बैठी थी. मैं पीछे थी। जैसे ही हम सड़क पर पहुंचे, कुछ लोग आए और गाड़ी गिरा दी। पापा को मारने लगे। एक ने गोली मार दी।" उस घटना से सहमी बच्ची के मुताबिक, "कोई मदद को नहीं आया। एक आदमी आया उसने बोला कि उठो, लेकिन पापा नहीं उठे. खून निकल रहा था। फिर घर वाले आए और उन्हें हॉस्पिटल ले गए।" विक्रम की छोटी बेटी रोते हुए वहां से भाग निकली और गली में स्थित अपने घर जाकर घर वालों को बताया कि उसके पापा को मार रहे हैं। फिर सभी लोग भाग कर आए और विक्रम को हॉस्पिटल ले गए।उधर, गाजियाबाद पुलिस ने पत्रकार विक्रम जोशी पर जानलेवा हमले के मामले में कार्रवाई तेज कर दी है। अभी तक 9 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कप्तान कलानिधि नैथानी ने 6 टीम बनाई हैं। पकड़े गए आरोपियों में रवि, छोटू के अलावा मोहित, दलवीर, आकाश, योगेंद्र, अभिषेक हलका, अभिषेक मोटा और शाकिर शामिल हैं. पुलिस को एक नामजद आरोपी आकाश बिहारी की तलाश है। उसकी तलाश में कई जगह दबिश दी जा रही है। लापरवाही बरतने के आरोप में प्रताप विहार चौकी इंचार्ज राघवेंद्र को सस्पेंड किया जा चुका है। बताते चलें कि पत्रकार विक्रम जोशी ने कुछ दिन पहले भी थाना विजय नगर में एक तहरीर दी थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि कुछ लड़के उनकी भांजी के साथ छेड़खानी करते हैं। उन्होंने कई बार इसका विरोध भी किया था, जिसका नतीजा सोमवार की शाम विक्रम जोशी को भुगतना पड़ा। जब वे अपनी बेटियों के साथ बाइक पर सवार होकर कहीं जा रहे थे, तभी इन बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया और उन्हें गोली मार दी। इस घटना से पत्रकार जगत में भी रोष है।
विक्रम जोशी के भांजे का कहना है कि कमाल-उ-दीन के बेटे सहित कुछ लड़के मेरी बहन के साथ छेड़छाड़ करते थे। मेरे मामा घर आ रहे थे, जब कमाल-उ-दीन के बेटे ने उन पर हमला किया और उन्हें गोली मार दी। मुख्य आरोपी के पकड़े जाने तक हम अपने मामा के पार्थिव शरीर को नहीं लेंगे। एएनआई से बात करते हुए विक्रम जोशी के भांजे ने कहा कि मेरा घर माता कॉलोनी में है। मेरी बहन पर ये लोग कमेंट करते थे। मेरे मामा ने विरोध किया। इसके बाद कमाल-उल-दीन के लड़के ने मेरे मामा के सिर में गोली मारी है। मामा मेरी बहन के बर्थडे को सेलिब्रेट करने आ रहे थे और बीच में ही बदमाशों ने घेरकर गोली मार दी। विक्रम जोशी के भांजे ने कहा कि पहले मेरे मामा को 15-20 बदमाशों ने बहुत मारा, फिर गोली मार दी। हम जबतक पहुंचते, तबतक काफी देर हो चुकी थी। हम तो अब इंसाफ चाहते हैं। हमें कमाल-उ-दीन का लड़का चाहिए। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए भांजे ने कहा कि हमने शिकायत की थी, लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पत्रकार की मासूम बेटी ने बताई हमले की पूरी कहानी- पहले पापा को पीटा, फिर मार दी गोलीपीड़ित लड़की ने आजतक से बातचीत करते हुए बताया कि कैसे आरोपी उसे परेशान करते थे। घर के बाहर जाने पर उसके साथ अक्सर छेड़छाड़ होती थी। उस पर फब्तियां कसी जाती थीं। इस मामले को लेकर पुलिस से भी शिकायत की गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। पीड़ित लड़की सामने आई और उसने कहा कि उसके साथ पहले भी कई बार छेड़छाड़ हुई थी। घर से बाहर आने जाने पर आरोपी फब्तियां कसते थे। उसने बताया कि पुलिस को शिकायत दी थी, पर कुछ नहीं हुआ। जब पत्रकार विक्रम जोशी पर हमला किया गया. उनके साथ उनकी दो बेटियां भी बाइक पर सवार थीं. उनकी बड़ी बेटी 8 साल की है, जबकि छोटी बेटी 5 साल की है. बड़ी बेटी ने आजतक की टीम को बताया "पापा बाइक चला रहे थे, बीच में छोटी बेटी बैठी थी. मैं पीछे थी। जैसे ही हम सड़क पर पहुंचे, कुछ लोग आए और गाड़ी गिरा दी। पापा को मारने लगे। एक ने गोली मार दी।" उस घटना से सहमी बच्ची के मुताबिक, "कोई मदद को नहीं आया। एक आदमी आया उसने बोला कि उठो, लेकिन पापा नहीं उठे. खून निकल रहा था। फिर घर वाले आए और उन्हें हॉस्पिटल ले गए।" विक्रम की छोटी बेटी रोते हुए वहां से भाग निकली और गली में स्थित अपने घर जाकर घर वालों को बताया कि उसके पापा को मार रहे हैं। फिर सभी लोग भाग कर आए और विक्रम को हॉस्पिटल ले गए।उधर, गाजियाबाद पुलिस ने पत्रकार विक्रम जोशी पर जानलेवा हमले के मामले में कार्रवाई तेज कर दी है। अभी तक 9 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कप्तान कलानिधि नैथानी ने 6 टीम बनाई हैं। पकड़े गए आरोपियों में रवि, छोटू के अलावा मोहित, दलवीर, आकाश, योगेंद्र, अभिषेक हलका, अभिषेक मोटा और शाकिर शामिल हैं. पुलिस को एक नामजद आरोपी आकाश बिहारी की तलाश है। उसकी तलाश में कई जगह दबिश दी जा रही है। लापरवाही बरतने के आरोप में प्रताप विहार चौकी इंचार्ज राघवेंद्र को सस्पेंड किया जा चुका है। बताते चलें कि पत्रकार विक्रम जोशी ने कुछ दिन पहले भी थाना विजय नगर में एक तहरीर दी थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि कुछ लड़के उनकी भांजी के साथ छेड़खानी करते हैं। उन्होंने कई बार इसका विरोध भी किया था, जिसका नतीजा सोमवार की शाम विक्रम जोशी को भुगतना पड़ा। जब वे अपनी बेटियों के साथ बाइक पर सवार होकर कहीं जा रहे थे, तभी इन बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया और उन्हें गोली मार दी। इस घटना से पत्रकार जगत में भी रोष है।