राम मंदिर भूमि पूजन / अयोध्या पहुंचेंगे पीएम मोदी, साधु-संतों समेत 200 मेहमान होंगे शामिल, पूरा कार्यक्रम तय

अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन की तारीख पांच अगस्त तय है। राम मंदिर का भूमि पूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। आज पीएम मोदी के अयोध्या कार्यक्रम का पूरा विवरण भी जारी कर दिया गया है। पीएम मोदी पांच अगस्त को सुबह 11.30 बजे अयोध्या पहुंचेंगे। इसके बाद पहली बार पीएम मोदी रामजन्म भूमि रवाना होंगे। भूमि पूजन के कार्यक्रम में साधु-संतों समेत कुल 200 मेहमान शामिल होंगे।

ABP News : Jul 27, 2020, 03:17 PM
नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन की तारीख पांच अगस्त तय है। राम मंदिर का भूमि पूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। आज पीएम मोदी के अयोध्या कार्यक्रम का पूरा विवरण भी जारी कर दिया गया है। पीएम मोदी पांच अगस्त को सुबह 11.30 बजे अयोध्या पहुंचेंगे। इसके बाद पहली बार पीएम मोदी रामजन्म भूमि रवाना होंगे। भूमि पूजन के कार्यक्रम में साधु-संतों समेत कुल 200 मेहमान शामिल होंगे।

करीब एक घंटा भाषण देंगे पीएम मोदी

पीएम मोदी का हैलिकॉप्टर सुबह 11।30 बजे साकेत विश्वविद्यालय उतरेगा। इसके बाद पीएम मोदी का काफिला राम जन्म भूमि के लिए रवाना होगा। बताया जा रहा है कि भूमि पूजन का कार्यक्रम सिर्फ दो घंटे का होगा। इस दौरान पीएम मोदी सिर्फ दो जगह हनुमानगढ़ी और रामजन्म भूमि जाएंगे। हालांकि ये तय नहीं है कि पीएम मोदी सबसे पहले कहां जाएंगे। पीएम मोदी के इस दो घंटे के कार्यक्रम में से एक घंटा उनका भाषण होगा। इसके मददेनज़र अयोध्या में जगह जगह स्क्रीन भी लगाई जाएंगे और अयोध्या से फैजाबाद तक लाउडस्पीकर भी लगाए जाएंगे।

कौन-कौन लोग शामिल होंगे?

जिन दो सौ महमानों को बुलाया गया है, उनमें से पचास साधु संत, पचास अधिकारी और पचास लोग विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और न्यास के होंगे। भूमि पूजन के कार्यक्रम में देश के पचास गणमान्य लोगों को भी शामिल होने का न्योता भेजा गया है। गणमान्य लोगों में पीएम मोदी के अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सरसंघ चालक मोहन भागवत, बीजेपी के सीनियर लीडर लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, विनय कटियार और साध्वी ऋतंभरा शामिल होंगी। वहीं, स्थानीय प्रशासन ने कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए कोरोना से बचने के प्रोटोकॉल्स को जरूर फॉलो करने की हिदायत दी है।

पांच अगस्त की तारीख ही क्यों?

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की शनिवार को हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अगस्त के पहले हफ़्ते की 2 तारीखें दी गई थी। एक तीन अगस्त और दूसरी पांच अगस्त। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से पांच अगस्त की तारीफ फाइनल की गई। अब 5 अगस्त को पूर्णिमा के दिन भूमि पूजन किया जाएगा।