Vikrant Shekhawat : Sep 06, 2024, 08:00 AM
Duleep Trophy: 19 सितंबर से भारतीय क्रिकेट टीम अपने घरेलू मैदान पर बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी। इस महत्वपूर्ण सीरीज के लिए टीम इंडिया की घोषणा अभी बाकी है, और हालिया दलीप ट्रॉफी में खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर चयनकर्ताओं की निगाहें टिकी हैं। दलीप ट्रॉफी में शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, श्रेयस अय्यर, सरफराज खान, और ऋषभ पंत जैसे प्रमुख खिलाड़ियों को मौका दिया गया है, लेकिन पहले दिन के खेल में इन खिलाड़ियों ने निराश किया है।अय्यर और पंत की चिंता बढ़ीटीम इंडिया के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 के फाइनल में जगह बनाने के लिए अगले चार महीने बेहद अहम हैं। इस दौरान भारतीय टीम को कुल 10 टेस्ट मैच खेलने हैं, जिनमें से पांच घरेलू मैदान पर होंगे। हाल के वर्षों में भारतीय टीम का मिडिल ऑर्डर अपेक्षानुसार प्रदर्शन नहीं कर सका है। शुभमन गिल को ओपनिंग की बजाय नंबर 3 पर रखा गया, लेकिन बदलाव के बावजूद कोई खास सुधार नहीं हुआ।दलीप ट्रॉफी के पहले दिन यशस्वी जायसवाल, ऋषभ पंत, और श्रेयस अय्यर सभी बल्ले से असफल रहे। जायसवाल ने 30 रन, पंत ने 7 रन, और अय्यर ने 9 रन बनाए। इसके अलावा, सरफराज खान, देवदत्त पडिक्कल, और रजत पाटीदार भी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। इन परफॉर्मेंस ने चयनकर्ताओं की चिंता बढ़ा दी है और मिडिल ऑर्डर में नए विकल्प पर विचार का संकेत दिया है।मुशीर खान का बेहतरीन प्रदर्शनदलीप ट्रॉफी के पहले दिन जहां कई स्टार खिलाड़ियों ने निराश किया, वहीं 19 वर्षीय मुशीर खान ने शानदार शतकीय पारी खेलकर सबका ध्यान खींचा। इंडिया बी टीम की ओर से खेलते हुए, मुशीर ने 105 रन बनाकर नाबाद रहते हुए अपनी टीम की गंभीर स्थिति को संभाला। उनके प्रदर्शन में तेज और स्पिन दोनों प्रकार की गेंदबाजी के खिलाफ शानदार खेल देखने को मिला। यह क्षमता चयनकर्ताओं के लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकती है, खासकर जब भारतीय टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं।मुशीर खान का प्रदर्शन आगामी टेस्ट सीजन में मध्यक्रम के बल्लेबाजों के लिए एक बेहतर विकल्प की ओर इशारा करता है, और चयनकर्ताओं के लिए उनका चयन एक महत्वपूर्ण विकल्प बन सकता है।