Vikrant Shekhawat : May 21, 2021, 09:30 AM
नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम उनकी पुण्यतिथि से पहले फिर चर्चा में है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से अनुरोध किया है कि वह राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2018 में की गई अनुशंसा को स्वीकार कर लें. उस अनुशंसा में राजीव हत्याकांड के सातों दोषियों को मिली आजीवन कारावास की सजा को माफ कर उन्हें तुरंत रिहा करने का निर्देश देने का आग्रह किया गया था. 21 मई 1991 को राजीव गांधी की हत्या की गई थी.उन्होंने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा कि दोषी करीब तीन दशक से ‘कैद का कष्ट’ सह रहे हैं और राज्य उनकी जल्द रिहाई की मांग कर रहा है. स्टालिन ने 19 मई को लिखे पत्र में कहा कि अधिकतर राजनीतिक दल उनकी बाकी बची सजा को माफ करने और तुरंत रिहा करने की मांग कर रहे हैं. यही इच्छा तमिलनाडु के लोगों की भी हैं. इस पत्र को गुरुवार को मीडिया के लिए जारी किया गया.1991 में हुई थी राजीव गांधी की हत्यासाल 1991 में हुई पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में वी श्रीहरण उर्फ मुरुगन, उसकी पत्नी नलिनी, संथन, एजी पेरारिवलन, जयाकुमार, रॉबर्ट पेयास और पी रविचंद्रन को दोषी ठहराया गया है.स्टालिन ने 9 सितंबर को तमिलनाडु सरकार द्वारा गर्वनर बनवारीलाल पुरोहित से किए गए आग्रह का भी जिक्र किया है. इसमें राज्य सरकार ने दोषियों की बाकी सजा को छोड़कर उनको पहले रिहा करने की गुजारिश की थी. तमिलनाडु की दोनों बड़ी पार्टियां, DMK और AIADMK दोषियों को रिहा करने के पक्ष में हैं.