Vikrant Shekhawat : Sep 18, 2024, 08:00 AM
IND vs BAN: 19 सितंबर को चेन्नई के ऐतिहासिक चेपॉक स्टेडियम में एक बार फिर टीम इंडिया सफेद जर्सी में मैदान पर कदम रखेगी। यह मैच भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह टेस्ट क्रिकेट में छह महीने की लंबी अनुपस्थिति के बाद भारतीय खिलाड़ियों की वापसी का प्रतीक है। इस मैच के साथ, टीम इंडिया अपनी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की तीसरी बार फाइनल में पहुंचने की दिशा में एक और कदम बढ़ाएगी। इस बार उनका मुकाबला बांग्लादेश से है, जो हाल के दिनों में एक मजबूत टीम के रूप में उभरी है।बांग्लादेश: आसान प्रतिद्वंद्वी नहींहालांकि बांग्लादेश को आम तौर पर एक आसान प्रतिद्वंद्वी माना जाता है, लेकिन उनकी हाल की फॉर्म ने उन्हें एक खतरनाक टीम बना दिया है। पाकिस्तान में 2-0 से टेस्ट सीरीज जीतने के बाद बांग्लादेश की टीम आत्मविश्वास से भरी हुई है। ऐसे में, भारतीय टीम को इस सीरीज को हल्के में नहीं लेना चाहिए। बांग्लादेश के खिलाफ इस टेस्ट श्रृंखला में कठिन चुनौती का सामना करने की संभावना है।चेन्नई का इतिहास: सितंबर की चुनौतीचेन्नई में सितंबर में टेस्ट क्रिकेट खेलना भारतीय क्रिकेट के लिए हमेशा एक चुनौतीपूर्ण अनुभव रहा है। इस महीने में खेले गए सभी टेस्ट मैचों में भारतीय टीम को कोई भी जीत नहीं मिली है। 1934 में चेपॉक स्टेडियम में पहले टेस्ट मैच के बाद से अब तक कुल 34 टेस्ट मैच खेले गए हैं, जिसमें से भारतीय टीम ने 15 मैच जीते हैं, 11 ड्रॉ रहे हैं और 7 बार हार का सामना किया है।हालांकि, सितंबर में खेले गए केवल 3 टेस्ट मैचों में भारतीय टीम को जीत का कोई मौका नहीं मिला। 1979 में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच ड्रॉ रहा, 1982 में श्रीलंका के साथ मैच भी ड्रॉ रहा, और 1986 में भारत और ऑस्ट्रेलिया का मैच रोमांचक टाई पर समाप्त हुआ। इस प्रकार, सितंबर के महीने में चेन्नई का मैदान भारतीय क्रिकेट के लिए एक कठिन क्षेत्र साबित हुआ है।कप्तान रोहित शर्मा के लिए ऐतिहासिक अवसरअब कप्तान रोहित शर्मा के पास इस ऐतिहासिक कड़ी को बदलने का मौका है। यदि वे और उनकी टीम बांग्लादेश के खिलाफ सफलता प्राप्त करती है, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा ऐतिहासिक मोड़ होगा। रोहित शर्मा यदि सितंबर में चेन्नई में टेस्ट जीतने में सफल होते हैं, तो वे पहले भारतीय कप्तान बन जाएंगे जिन्होंने इस महीने में इस मैदान पर जीत का स्वाद चखा है।टीम इंडिया और कप्तान रोहित शर्मा के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इस चुनौती का सामना किस प्रकार करते हैं। क्या चेन्नई का सितंबर का कड़ा रिकॉर्ड भारतीय टीम के सफर को बाधित करेगा या रोहित शर्मा अपने नेतृत्व से इस मिथक को तोड़ेंगे? जवाब 19 सितंबर से ही मिलेगा।