IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला का दूसरा मुकाबला अब बेहद नजदीक है। 6 दिसंबर को एडिलेड के ऐतिहासिक मैदान पर खेले जाने वाले इस डे-नाइट पिंक बॉल टेस्ट को लेकर भारतीय टीम की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। हालांकि, मैच से पहले सबसे बड़ा सवाल यही था कि टीम इंडिया के लिए ओपनिंग कौन करेगा। कप्तान रोहित शर्मा ने इस पर बड़ा बयान देकर स्थिति साफ कर दी है।
केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल की जोड़ी पर भरोसा
पहले टेस्ट में कप्तान रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने भारतीय टीम के लिए ओपनिंग की थी। हालांकि, पहली पारी में वे ज्यादा रन नहीं बना सके, लेकिन दूसरी पारी में दोनों ने 200 से अधिक रनों की साझेदारी कर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। इस प्रदर्शन ने न केवल टीम को जीत दिलाई बल्कि दोनों खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को भी बढ़ाया।कप्तान रोहित शर्मा ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में साफ किया कि दूसरे टेस्ट में भी यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ही पारी की शुरुआत करेंगे। उन्होंने कहा,
"इन दोनों ने हमारे लिए मैच जिताने वाली साझेदारी की है। टीम के हित में इसमें बदलाव करना जरूरी नहीं है।"रोहित शर्मा मिडल ऑर्डर में करेंगे बैटिंग
इस फैसले के तहत रोहित शर्मा टेस्ट क्रिकेट में 2172 दिनों बाद मिडल ऑर्डर में बल्लेबाजी करते नजर आएंगे। उन्होंने आखिरी बार 2018 में टेस्ट मैच में मिडल ऑर्डर में बल्लेबाजी की थी। इसके बाद 2019 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ ओपनिंग करने के बाद वे लगातार इस भूमिका में रहे। अब इस बदलाव के तहत वे 5वें या 6वें नंबर पर बल्लेबाजी कर सकते हैं, जो उनके अनुभव के लिए फायदेमंद हो सकता है।
युवा खिलाड़ियों की तारीफ
रोहित शर्मा ने टीम के युवा खिलाड़ियों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि यशस्वी जायसवाल, ऋषभ पंत, और शुभमन गिल जैसी नई पीढ़ी के खिलाड़ी टीम के लिए बड़ी उपलब्धि साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा,
"नए खिलाड़ी अब सिर्फ रन बनाने की नहीं, बल्कि मैच जीतने की सोचते हैं। ये टीम के लिए बेहतरीन मानसिकता है।"पिंक बॉल टेस्ट की चुनौती
पिंक बॉल टेस्ट हमेशा से रोमांचक रहे हैं। एडिलेड की पिच और रात में गुलाबी गेंद के स्विंग करने की संभावना दोनों टीमों के बल्लेबाजों और गेंदबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित होगी। ऐसे में रोहित शर्मा का मिडल ऑर्डर में खेलना एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है।
भारत के लिए अहम मुकाबला
दूसरा टेस्ट न केवल श्रृंखला में बढ़त बनाए रखने का मौका है, बल्कि ऑस्ट्रेलिया की घरेलू परिस्थितियों में खुद को साबित करने का भी। भारतीय टीम का प्रदर्शन इस मैच में तय करेगा कि वे श्रृंखला पर किस हद तक नियंत्रण बनाए रख सकते हैं।