Vikrant Shekhawat : Feb 08, 2022, 11:35 AM
किसी प्रकार की आपदा या महामारी के दौरान राहत प्रदान करने के लिए बनाए गए प्रधानमंत्री राहत कोष (पीएम केयर फंड) में वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 10,990 करोड़ रुपये का कलेक्शन आया, जबकि इससे खर्च की अगर बात करें तो एक रिपोर्ट के अनुसार इस निधि से महज 3,976 करोड़ रुपये खर्च हुई। यानी कलेक्शन का एक तिहाई राहत देने में खर्च किया गया। 31 मार्च, 2021 तक फंड में 7,044 करोड़ रुपये शेष राशि थी।पीएम केयर की वेबसाइट पर ब्योराइस संबंध में जारी की गई एक रिपोर्ट में कहा गया कि वित्त वर्ष (2020-21) के दौरान पीएम केयर फंड में करीब 494.91 करोड़ रुपये विदेशी चंदे के रूप में प्राप्त हुए। वहीं 7,183 करोड़ रुपये से अधिक स्वैच्छिक अंशदान के रूप में आए हैं। 27 मार्च 2020 को इस फंड के गठन के महज पांच दिनों के अंदर 2019-20 के दौरान कुल 3,076.62 करोड़ रुपये की रकम प्राप्त हुई थी। बता दें कि किसी भी तरह की आपात स्थिति या संकट की स्थिति से निपटने के लिए जैसे कि कोविड-19 महामारी से उत्पन्न, और प्रभावितों को राहत प्रदान करने के लिए इस फंड की स्थापना की गई थी। ये फंड 2.25 लाख रुपये की शुरुआती राशि के साथ बनाया गया था। पीएम केयर की वेबसाइट पर साझा की गई जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार ने जुटाई गई रकम का एक हिस्सा वेंटिलेटर सहित मेडिकल उपकरण खरीदने, कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने और प्रवासियों को राहत मुहैया करने में भी किया है। इसके अनुसार, पीएम केयर फंड में जमा राशि से 201.58 करोड़ रुपये जन स्वास्थ्य संस्थानों में ऑक्सीजन संयंत्र पर, 20.4 करोड़ रुपये कोविड टीके पर काम कर रही प्रयोगशालाओं के उन्नयन के लिए खर्च हुए।