Vikrant Shekhawat : Jan 21, 2021, 06:44 PM
मुंगेर: मुंगेर के तारापुर डाकघर में उस वक्त आवेदकों की लंबी लाइन लग गई जब केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत दो लाख रुपए नगद मिलने की अफवाह फैल गई. महिलाओ और बच्चियों की भीड डाकधर से लेकर मुख्य सडक तक आ गयी जिससे तारापुर-खडगपुर मार्ग भी बाधित होने लगी. हजारों की संख्या में महिलाएं और लड़कियां फॉर्म को स्पीड पोस्ट करने के लिए तारापुर डाकघर पहुंची थीं . भीड़ इतनी हो गई कि इसे संभालने के लिए पोस्ट ऑफिस प्रशासन को पुलिस की मदद लेनी पड़ी.
कतार में लगी लड़कियों ने बताया कि गांव में उन्हें पता चला कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत सरकार 8 वर्ष से 35 वर्ष की महिलाओं को दो लाख रुपए दे रही है. इसका फॉर्म भी गांव में मिल रहा था. 80 रुपया फॉर्म भरने में खर्च हो रहा है. हमलोगों ने भी फॉर्म खरिदर इसे भरा है और सरकार के पास भेजने आए हैं.
इसको लेकर डाकधर के कर्मचारी भी कुछ बताने की स्थिति में नही हैं कि यह फॅार्म सही हैं या फर्जी.फॉर्म में आवेदक के माता पिता का नाम के अलावे आवेदक का आधार कार्ड नंबर, मोबाईल नंबर ,बैक खाता संख्या एवं आईएफएससी कोड तथा ईमेल आईडी भरने होते हैं.इसे भरने में किसी भी प्रकार का शुल्क नही लिया जा रहा हैं परन्तु डाकधर के माध्यम से यह फॉर्म जमा कराया जा रहा हैं .
इस मामले में एसडीओ रंजीत कुमार ने कहा कि ऐसे किसी भी आवेदन की जानकारी उन्हे नही है.साथ हीं उन्होंने फॉर्म को फर्जी करार दिया और ऐसे दुकानदार जो फॉर्म बेच रहे हैं उनपर कार्रवाई करने की भी बात कही है.
कतार में लगी लड़कियों ने बताया कि गांव में उन्हें पता चला कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत सरकार 8 वर्ष से 35 वर्ष की महिलाओं को दो लाख रुपए दे रही है. इसका फॉर्म भी गांव में मिल रहा था. 80 रुपया फॉर्म भरने में खर्च हो रहा है. हमलोगों ने भी फॉर्म खरिदर इसे भरा है और सरकार के पास भेजने आए हैं.
इसको लेकर डाकधर के कर्मचारी भी कुछ बताने की स्थिति में नही हैं कि यह फॅार्म सही हैं या फर्जी.फॉर्म में आवेदक के माता पिता का नाम के अलावे आवेदक का आधार कार्ड नंबर, मोबाईल नंबर ,बैक खाता संख्या एवं आईएफएससी कोड तथा ईमेल आईडी भरने होते हैं.इसे भरने में किसी भी प्रकार का शुल्क नही लिया जा रहा हैं परन्तु डाकधर के माध्यम से यह फॉर्म जमा कराया जा रहा हैं .
इस मामले में एसडीओ रंजीत कुमार ने कहा कि ऐसे किसी भी आवेदन की जानकारी उन्हे नही है.साथ हीं उन्होंने फॉर्म को फर्जी करार दिया और ऐसे दुकानदार जो फॉर्म बेच रहे हैं उनपर कार्रवाई करने की भी बात कही है.