Vikrant Shekhawat : Jul 15, 2023, 07:15 PM
PM Modi In UAE: भारतीय रुपये को इंटरनेशनल करेंसी बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार लगातार कोशिश कर रही है. ऐसे में जब पीएम नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर हैं, तो यहां दोनों देशों के बीच स्थानीय मुद्रा में व्यापार करने पर सहमति बन गई है. ये समझौता दोनों देशों के लिए जहां कई नई ट्रेड अपॉरच्युनिटी पैदा करेगा, वहीं दोनों देशों की मुद्राओं के लिए भी फायदेमंद होगा.पीएम मोदी ने शनिवार को यूएई के प्रेसिडेंट शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान के साथ एक समग्र चर्चा की. इसी चर्चा के दौरान कई द्विपक्षीय मसलों पर बातचीत और समझौतों पर सहमति बनी. इसी में से एक दोनों देशों का स्थानीय मुद्रा में व्यापार करने पर सहमत होना है.100 अरब डॉल पर पहुंचेगा आपसी व्यापार
भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच अभी 85 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार होता है. इसके बहुत जल्द 100 अरब डॉलर पर पहुंचने की उम्मीद है. पीएम मोदी ने यूएई के राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद एक बयान में कहा कि पिछले साल दोनों देशों के बीच हुए इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट के बाद भारत-यूएई का व्यापार 20 प्रतिशत बढ़ा है.लोकल करेंसी में व्यापार, मजबूत करेगा आधारप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूएई के प्रेसिडेंट शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान की मौजूदगी में भारत और यूएई ने स्थानीय मुद्राओं में व्यापार करने के समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए. पीएम मोदी ने कहा कि ये समझौता दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास और मजबूत आर्थिक भागीदारी को दिखाता है. अपनी मुद्रा में ट्रेड सेटलमेंट की व्यवस्था होने से ना सिर्फ द्विपक्षीय व्यापार बढ़ेगा बल्कि दोनों देशों में निवेश का आधार भी मजबूत होगा. इतना ही यूएई में करीब 30 लाख भारतीय काम करते हैं, जो भारत में अपने परिजनों को पैसा भेजते हैं. रुपये में ट्रेड की सुविधा होने से इन लोगों को भारत में पैसा भेजने की लागत कम वहन करनी होगी.भारत के लिए ये समझौता काफी अहम है, क्योंकि हाल में रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत ने रूस से कच्चे तेल का आयात बढ़ा दिया था. उस समय रूस पर कई वैश्विक आर्थिक प्रतिबंध लगे थे, जिसके चलते दोनों देशों के बीच इसका पेमेंट स्थानीय मुद्रा में करने पर सहमति बनी. हालांकि बाद में ये पेमेंट यूएई की मुद्रा में होने की बात हुई. अब ये समझौता होने से भारत को रूस का पेमेंट करने में आसानी होगी.मोदी के लिए सजा ‘वेजिटेरियन दस्तरखान’पीएम मोदी का संयुक्त अरब अमीरात में शानदार स्वागत हुआ. यहां के राष्ट्रपति आवास ‘क़स्र-अल-वतन’ में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. वहीं प्रेसिडेंट ने उनके स्वागत में पूर्णतया शाकाहारी दस्तरखान सजवाया. इसमें गेहूं और खजूर के साथ स्थानीय ऑर्गेनिक सब्जियों से बना सलाद सबसे पहले पेश किया गया.इसके अलावा ग्रिल्ड वेजिटेबल्स, काली दाल, हरीस (स्थानीय गेहूं), फूल गोभी से बने व्यंजन पेश किए गए. साथ ही तंदूरी गाजर भी परोसी गई. खाने में स्थानीय फलों को भी शामिल किया गया था. पीएम मोदी यूएई की एक दिन की यात्रा पर हैं.
भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच अभी 85 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार होता है. इसके बहुत जल्द 100 अरब डॉलर पर पहुंचने की उम्मीद है. पीएम मोदी ने यूएई के राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद एक बयान में कहा कि पिछले साल दोनों देशों के बीच हुए इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट के बाद भारत-यूएई का व्यापार 20 प्रतिशत बढ़ा है.लोकल करेंसी में व्यापार, मजबूत करेगा आधारप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूएई के प्रेसिडेंट शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान की मौजूदगी में भारत और यूएई ने स्थानीय मुद्राओं में व्यापार करने के समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए. पीएम मोदी ने कहा कि ये समझौता दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास और मजबूत आर्थिक भागीदारी को दिखाता है. अपनी मुद्रा में ट्रेड सेटलमेंट की व्यवस्था होने से ना सिर्फ द्विपक्षीय व्यापार बढ़ेगा बल्कि दोनों देशों में निवेश का आधार भी मजबूत होगा. इतना ही यूएई में करीब 30 लाख भारतीय काम करते हैं, जो भारत में अपने परिजनों को पैसा भेजते हैं. रुपये में ट्रेड की सुविधा होने से इन लोगों को भारत में पैसा भेजने की लागत कम वहन करनी होगी.भारत के लिए ये समझौता काफी अहम है, क्योंकि हाल में रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत ने रूस से कच्चे तेल का आयात बढ़ा दिया था. उस समय रूस पर कई वैश्विक आर्थिक प्रतिबंध लगे थे, जिसके चलते दोनों देशों के बीच इसका पेमेंट स्थानीय मुद्रा में करने पर सहमति बनी. हालांकि बाद में ये पेमेंट यूएई की मुद्रा में होने की बात हुई. अब ये समझौता होने से भारत को रूस का पेमेंट करने में आसानी होगी.मोदी के लिए सजा ‘वेजिटेरियन दस्तरखान’पीएम मोदी का संयुक्त अरब अमीरात में शानदार स्वागत हुआ. यहां के राष्ट्रपति आवास ‘क़स्र-अल-वतन’ में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. वहीं प्रेसिडेंट ने उनके स्वागत में पूर्णतया शाकाहारी दस्तरखान सजवाया. इसमें गेहूं और खजूर के साथ स्थानीय ऑर्गेनिक सब्जियों से बना सलाद सबसे पहले पेश किया गया.इसके अलावा ग्रिल्ड वेजिटेबल्स, काली दाल, हरीस (स्थानीय गेहूं), फूल गोभी से बने व्यंजन पेश किए गए. साथ ही तंदूरी गाजर भी परोसी गई. खाने में स्थानीय फलों को भी शामिल किया गया था. पीएम मोदी यूएई की एक दिन की यात्रा पर हैं.