Donald Trump News / एस. जयशंकर होंगे डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल

डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। वाशिंगटन डीसी में आयोजित इस भव्य समारोह में कई वैश्विक नेता शामिल होंगे। भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर कार्यक्रम में भाग लेंगे। ट्रंप पहले नेता हैं जो गैर-लगातार कार्यकाल में राष्ट्रपति बनेंगे।

Vikrant Shekhawat : Jan 12, 2025, 11:59 AM

Donald Trump News: अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को शपथ लेने जा रहे हैं। यह शपथ ग्रहण कार्यक्रम वाशिंगटन डीसी में आयोजित होगा और इसके भव्य आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं। इस समारोह में दुनिया के कई देशों के शीर्ष नेता भाग लेने वाले हैं। भारत की ओर से विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे।

विदेश मंत्रालय (MEA) के बयान के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह के लिए ट्रंप-वैंस कमेटी की ओर से निमंत्रण भेजा गया है। इस निमंत्रण के जवाब में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अपनी उपस्थिति की पुष्टि की है। विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि इस यात्रा के दौरान जयशंकर, अमेरिका के नए प्रशासन के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा वे अन्य देशों के नेताओं के साथ भी चर्चा करेंगे जो इस अवसर पर वाशिंगटन पहुंच रहे हैं।

ट्रंप का शपथ ग्रहण समारोह: डोनाल्ड ट्रंप का शपथ ग्रहण समारोह 20 जनवरी को वाशिंगटन डीसी में आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम जो बाइडेन से डोनाल्ड ट्रंप तक सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण को चिह्नित करेगा। डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी इतिहास के उन गिने-चुने राष्ट्रपतियों में से एक होंगे जो गैर-लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए व्हाइट हाउस में वापसी कर रहे हैं। ट्रंप से पहले उपराष्ट्रपति जे.डी. वैंस शपथ लेंगे।

शपथ ग्रहण समारोह के बाद, डोनाल्ड ट्रंप वाशिंगटन की प्रमुख सड़कों पर परेड करेंगे। इस परेड के दौरान वे जनता का अभिवादन स्वीकार करेंगे। यह परेड अमेरिकी संस्कृति और परंपराओं का प्रदर्शन करने वाली झांकियों और बैंड के साथ होगी। इसके अलावा, समारोह में विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।

दिसंबर में जयशंकर का अमेरिकी दौरा: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दिसंबर के अंतिम सप्ताह में अमेरिका का दौरा किया था। इस दौरे के दौरान उन्होंने अमेरिकी प्रशासन के अधिकारियों के साथ कई उच्चस्तरीय बैठकों में हिस्सा लिया। इन बैठकों में रणनीतिक, आर्थिक और रक्षा सहयोग जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई। इसके अलावा, उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप की टीम के कई सदस्यों से मुलाकात की थी। इन बैठकों में अमेरिका के अगले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) भी शामिल थे।

जयशंकर की इस यात्रा को भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। ट्रंप के नए कार्यकाल में भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की उम्मीद जताई जा रही है।

भविष्य की संभावनाएं: डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद भारत और अमेरिका के संबंधों में नई दिशा देखने को मिल सकती है। दोनों देशों के बीच व्यापार, रक्षा, और तकनीकी सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की उम्मीद है। विदेश मंत्री जयशंकर की यह यात्रा भारत के लिए इस नए अध्याय की शुरुआत मानी जा रही है।

इस कार्यक्रम को लेकर पूरी दुनिया की नजरें वाशिंगटन डीसी पर टिकी हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि डोनाल्ड ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल में किस तरह की नीतियां अपनाते हैं और भारत-अमेरिका संबंधों पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है।