महाराष्ट्र / समीर वानखेड़े के पिता ने नवाब मलिक के खिलाफ किया ₹1.25 करोड़ का मानहानि का मुकदमा

एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में ₹1.25 करोड़ का मानहानि का मुकदमा किया है। उनके वकील ने कहा कि मलिक उनके परिवार को धोखेबाज़ कह रहे हैं और उनके धर्म पर सवाल उठा रहे हैं जिससे उनके परिवार के चरित्र, प्रतिष्ठा और छवि को अपूरणीय क्षति हुई।

Vikrant Shekhawat : Nov 07, 2021, 01:50 PM
मुंबई: मुंबई क्रूज शिप ड्रग्स केस को लेकर एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े के खिलाफ हमलावर रहे महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ मानहानि का दावा ठोका गया है। यह दावा एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े के पिता ध्यानदेव वानखेड़े की तरफ से किया गया है। उन्होंने इसके लिए बॉम्बे हाईकोर्ट में केस दाखिल किया है और 1.25 करोड़ का हर्जाना मांगा है।  

समीर वानखेड़े के पिता ध्यानदेव वानखेड़े के वकील अरशद शेख ने कहा कि एनसीपी नेता व महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक वानखेड़े परिवार को फ्रॉड कह रहे हैं और उनके धर्म पर लगातार सवाल उठाते हुए कह रहे हैं कि वे लोग हिंदू नहीं हैं। साथ ही उनकी बेटी यास्मीन जो पेशे से वकील हैं उनके करियर को भी बर्बाद करने पर तुले हैं। नवाब मलिक हर रोज वानखेड़े परिवार को फ्रॉड कर रहे हैं।

समीर वानखेड़े के पिता की ओर से दायर किए गए मानहानि केस में कोर्ट से मांग की गई है कि नवाब मलिक, उनकी पार्टी के लोग या किसी भी अन्य व्यक्ति को उनके या उनके परिवार के खिलाफ कुछ भी बोलने या लिखने से रोका जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि नवाब मलिक ने पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर उनके और उनके परिवार के लोगों की छवि को ख़राब किया है। इसके अलावा उन्होंने कोर्ट से उनके और उनके परिवार के खिलाफ दिए गए बयान को सभी जगह से हटाने की मांग की है। 

ध्यानदेव वानखेड़े ने इसके अलावा मानहानि केस में 1.25 करोड़ के हर्जाने की भी मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला इसी साल जनवरी में नवाब मलिक के दामाद की गिरफ़्तारी के बाद शुरू हुआ। कोर्ट में छुट्टी होने के बावजूद ध्यानदेव वानखेड़े ने मानहानि की अर्जी दायर की। इस याचिका पर सोमवार को सुनवाई होगी।   

गौरतलब है कि नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए IRS की नौकरी लेने और धर्म के साथ फर्जीवाड़े का आरोप लगाया था। साथ ही नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े और उसकी पहली पत्नी के निकाहनामे का सर्टिफिकेट भी ट्विटर पर शेयर कर दिया था। इसके अलावा उन्होंने समीर वानखेड़े पर प्राइवेट आर्मी बनाकर लोगों को फंसाने का आरोप लगाया था।

बता दें कि इससे पहले भाजपा नेता मोहित कंबोज ने भी नवाब मलिक के एक बयान को लेकर उनपर 100 करोड़ मानहानि का मुकदमा ठोका है। दरअसल नवाब मलिक ने कहा था कि क्रूज पर ड्रग्स पार्टी के दौरान नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने 11 लोगों को हिरासत में लिया था। लेकिन बाद में भाजपा नेता का फोन आने पर तीन लोगों को छोड़ दिया गया था। इसमें भाजपा नेता मोहित कंबोज का साला भी शामिल था।

वहीं क्रूज शिप ड्रग्स केस को लेकर नवाब मलिक ने रविवार को भी प्रेस कांफ्रेंस किया। नवाब मलिक ने कहा कि आर्यन खान ने क्रूज पार्टी का टिकट नहीं खरीदा था। प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला ही उसे वहां लाए थे। यह अपहरण और फिरौती का मामला है। मोहित कंबोज इस मामले का मास्टरमाइंड है और वह समीर वानखेड़े का पार्टनर है। 

इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि 7 अक्टूबर को ओशिवारा कब्रिस्तान के बाहर मोहित कंबोज और समीर वानखेड़े की मुलाकात हुई थी। जिसके बाद वानखेड़े घबरा गए थे और उन्होंने पुलिस से शिकायत की कि उनका पीछा किया जा रहा है। वे भाग्यशाली थे कि आसपास का सीसीटीवी काम नहीं कर रहा था और हमें इसका फुटेज नहीं मिल सका।