Vikrant Shekhawat : Nov 02, 2021, 08:57 AM
नई दिल्ली: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के पूर्व चेयरमैन प्रतीप चौधरी को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक जैसलमेर पुलिस ने उन्हें उनके दिल्ली आवास से गिरफ्तार किया। बता दें, यह पूरा मामला एक होटल को बनाने के लिए गए लोन के भुगतान से जुड़ा है। Ghar Rajwada ने एक होटल प्रोजेक्ट के लिए SBI से लोन लिया था। जिसका भुगतान वह नहीं कर पाए, जिसके बाद बैंक ने यह संपत्ति ARC को बेच दी। रिटायर होने के बाद इसी कंपनी के डाॅयरेक्टर बनाए गए थे प्रतीप चौधरी।SBI और क्या कुछ कहा अब इस प्रकरण पर SBI ने एक बयान जारी कर कहा है कि इस पूरी संपत्ति की बेचने की प्रक्रिया मार्च 2014 में शुरू हुई थी। जबकि प्रतीप चौधरी सितबंर 2013 में ही रिटायर हो गए थे। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने बयान में कहा, '2007 में जैसलमेर में Garh Rajwada प्रोजेक्ट के लिए बैंक की तरफ से फाइनेंस किया गया था। प्रोजेक्ट अगले तीन साल में पूरा नहीं हो पाया है और साथ ही मुख्य प्रमोटर की मौत अप्रैल 2010 में हो गई थी।' बैंक ने कहा कि अकाउंट जून 2010 में NPA श्रेणी में आ गया था। SBI ने कहा, 'रिकवरी विफल रहने पर जनवरी 2014 में ARC को यह संपत्ति बेचने की अनुमति दी गई। यह प्रक्रिया मार्च 2014 में पूरी हुई। अब यह पता चला है कि उधारकर्ता ने एआरसी को संपत्ति बेचने के खिलाफ राज्य पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।' बैंक ने कहा कि इसी केस में ARC समूह के सभी डाॅयरेक्टर का नाम है। जिसमें प्रतीप चौधरी का नाम भी शामिल है। जो 2014 में ARC समूह का डाॅयरेक्टर बनाए गए थे। बैंक ने अपने बयान में यह भी स्पष्ट किया है कि इस पूरे मामले में बैंक पार्टी नहीं है। साथ ही इस पूरे केस की सुनवाई के दौरान कभी भी बैंक का बयान नहीं दर्ज कराया गया है।क्या है मामलारिपोर्ट के अनुसार संपत्ति को कम मूल्य पर बेचे जाने पर समूह ने इस पूरे मामले पर अदालत का रुख किया था। बता दें, प्रतीप चौधरी SBI से रिटायर होने के बाद Alchemist Aseet Reconstruction Company (ARC) डाॅयरेक्टर बनाए गए थे।