AajTak : May 13, 2020, 03:18 PM
न्यूजीलैंड: वैज्ञानिकों ने एक अद्भुत खोज की है। न्यूजीलैंड के वैज्ञानिकों को धरती से 25 हजार प्रकाश वर्ष दूर एक धरती जैसा ग्रह (exoplanet) मिला है। इस ग्रह पर चट्टान मिले हैं जो इसे बाकी ग्रहों से अलग बनाते हैं। इस ग्रह का फिलहाल कोई नाम नहीं रखा गया है। लेकिन जिस माइक्रोलेंसिंग से इसकी खोज की गई है उसका नाम OGLE-2018-BLG-0677 है।
वैज्ञानिकों ने पाया है कि सूर्य के 10वें हिस्से के बराबर आकार के एक तारे का यह ग्रह चक्कर लगा रहा है। न्यूजीलैंड के कैंटरबरी यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसी अद्भुत खोज 10 लाख में एक बार ही देखने मिलती है। एस्ट्रोनॉमर्स का कहना है कि सोलर सिस्टम के बाहर अब तक 4 हजार ऐसे ग्रह (exoplanet) मिले हैं। इनमें से सिर्फ एक तिहाई ग्रह ही चट्टानों वाले हैं। इनमें से कुछ ही ग्रह के ऑरबिट धरती की तरह हैं। अनोखे ग्रह की खोज करने वाले वैज्ञानिकों कहना है कि यह ग्रह जिस तारे का चक्कर लगा रहा है वह इतना छोटा है कि इसके बारे में अधिक समझ नहीं बन पाई है। इसलिए ये नहीं कहा जा सकता कि तारे का द्रव्यमान कम है या अधिक। न्यूजीलैंड के कैंटरबरी यूनिवर्सिटी में रिसर्च प्रकाशित करने वाले प्रमुख साइंटिस्ट हेरेरा मार्टिन का कहना है कि नए मिले ग्रह का आकार, ऑरबिट और लोकेशन, इस खोज को काफी खास बनाता है।
वैज्ञानिकों ने पाया है कि सूर्य के 10वें हिस्से के बराबर आकार के एक तारे का यह ग्रह चक्कर लगा रहा है। न्यूजीलैंड के कैंटरबरी यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसी अद्भुत खोज 10 लाख में एक बार ही देखने मिलती है। एस्ट्रोनॉमर्स का कहना है कि सोलर सिस्टम के बाहर अब तक 4 हजार ऐसे ग्रह (exoplanet) मिले हैं। इनमें से सिर्फ एक तिहाई ग्रह ही चट्टानों वाले हैं। इनमें से कुछ ही ग्रह के ऑरबिट धरती की तरह हैं। अनोखे ग्रह की खोज करने वाले वैज्ञानिकों कहना है कि यह ग्रह जिस तारे का चक्कर लगा रहा है वह इतना छोटा है कि इसके बारे में अधिक समझ नहीं बन पाई है। इसलिए ये नहीं कहा जा सकता कि तारे का द्रव्यमान कम है या अधिक। न्यूजीलैंड के कैंटरबरी यूनिवर्सिटी में रिसर्च प्रकाशित करने वाले प्रमुख साइंटिस्ट हेरेरा मार्टिन का कहना है कि नए मिले ग्रह का आकार, ऑरबिट और लोकेशन, इस खोज को काफी खास बनाता है।