देश / शबनम की दया याचिका को राष्ट्रपति ने पहले ही किया ख़ारिज, अब प्रेमी सलीम को भी फैसले का इंतजार

प्रयागराज यूपी के अमरोहा जिले के बवानीखेड़ी मर्डर केस में मौत की सजा वाले प्रेमी शबनम और सलीम (शबनम और सलीम) को फांसी देने की तैयारी चल रही है। शबनम की दया याचिका, जिसने अपने ही परिवार के सात लोगों को अपने प्रेमी के साथ मिलकर मार डाला, को पहले ही राष्ट्रपति ने खारिज कर दिया है। अगर सबकुछ ठीक हो जाता है

Vikrant Shekhawat : Feb 21, 2021, 10:08 AM
प्रयागराज यूपी के अमरोहा जिले के बवानीखेड़ी मर्डर केस में मौत की सजा वाले प्रेमी शबनम और सलीम (शबनम और सलीम) को फांसी देने की तैयारी चल रही है। शबनम की दया याचिका, जिसने अपने ही परिवार के सात लोगों को अपने प्रेमी के साथ मिलकर मार डाला, को पहले ही राष्ट्रपति ने खारिज कर दिया है। अगर सबकुछ ठीक हो जाता है, तो डेथ वारंट जारी होने के बाद, शबनम को मथुरा जेल में महिलाओं के फांसी घर में मौत की सजा सुनाई जाएगी। शबनम के साथ, उसके प्रेमी सलीम, जिसे इस हत्या के मामले में मौत की सजा सुनाई गई थी, ने राष्ट्रपति के साथ एक दया याचिका भी दायर की है। उन्हें भी फैसले का बेसब्री से इंतजार है।

सलीम पिछले तीन साल से प्रयागराज के नैनी स्थित सेंट्रल जेल के हाई सिक्योरिटी सेल में बंद है। 27 सितंबर 2018 को सलीम को बरेली सेंट्रल जेल से नैनी जेल लाया गया। शबनम और सलीम को 2009 में इस सनसनीखेज हत्या के मामले में ट्रायल कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई थी। जिसके खिलाफ दोनों ने पहले हाईकोर्ट, फिर सुप्रीम कोर्ट में अपील की, लेकिन कहीं से कोई राहत नहीं मिली। 2020 में, सुप्रीम कोर्ट ने दोनों की समीक्षा याचिका को भी खारिज कर दिया। इसके बाद, दोनों ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका दायर की। राष्ट्रपति ने शबनम की दया याचिका को खारिज कर दिया है, जबकि सलीम उसकी प्रतीक्षा कर रहा है।

राष्ट्रपति की दया याचिका खारिज होने के बाद रामपुर जेल में शबनम को फांसी देने की तैयारी शुरू हो गई है। मथुरा में फांसी घर में सफाई, लीवर और तख्ती का काम किया जा रहा है। साथ ही बक्सर जेल को जलपान का आदेश दिया गया है। साथ ही, मेरठ के पवन जल्लाद दो बार मथुरा जेल का दौरा कर चुके हैं।