US-Russia Relations / डोनाल्ड ट्रंप को पुतिन ने भेजा खास गिफ्ट, अमेरिकी राष्ट्रपति ने बताया 'खूबसूरत'

रूस-यूक्रेन युद्ध को तीन साल से अधिक हो चुके हैं। इसे खत्म करने के प्रयास में, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने डोनाल्ड ट्रंप को उनका चित्र गिफ्ट किया। ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ ने यह उपहार मॉस्को में प्राप्त किया। ट्रंप ने इसे खूबसूरत बताया।

US-Russia Relations: रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को अब 3 साल से अधिक समय बीत चुका है। इस युद्ध को समाप्त करने के लिए वैश्विक स्तर पर कई प्रयास किए जा रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार इस युद्ध को जल्द से जल्द खत्म कराने की कोशिश कर रहे हैं। इसे लेकर ट्रंप ने हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत भी की थी। अब पुतिन ने एक ऐसा कदम उठाया है जिसे रूस और अमेरिका के बीच तनाव कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

क्रेमलिन ने सोमवार को पुष्टि की कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने डोनाल्ड ट्रंप को उनका एक चित्र उपहार में दिया है। यह घटना तब सामने आई जब पुतिन के साथ ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने मुलाकात की थी। यह मुलाकात यूक्रेन में जारी युद्ध को खत्म करने के प्रयासों के तहत की गई बातचीत का हिस्सा थी।

पुतिन से मिले ट्रंप के दूत

रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने जानकारी दी कि व्लादिमीर पुतिन ने इसी महीने की शुरुआत में डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ को मॉस्को में यह चित्र भेंट किया था। हालांकि, उन्होंने इस मामले पर अधिक टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। इस मुलाकात के दौरान, रूसी अधिकारियों और अमेरिकी दूत के बीच युद्धविराम और शांति वार्ता को लेकर गहन चर्चा हुई।

ट्रंप का रिएक्शन

डोनाल्ड ट्रंप ने इस उपहार पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। फॉक्स न्यूज के पूर्व होस्ट टकर कार्लसन के साथ एक इंटरव्यू में विटकॉफ ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति पुतिन द्वारा दी गई तस्वीर से स्पष्ट रूप से काफी प्रभावित हुए। डोनाल्ड ट्रंप ने इस गिफ्ट को "खूबसूरत" बताया और इसे एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखा।

रूस-अमेरिका संबंधों पर असर

इस उपहार को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि यह दोनों देशों के बीच तनाव कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक कदम हो सकता है। इससे यह संकेत मिलता है कि रूस और अमेरिका के बीच संचार के रास्ते अभी भी खुले हैं और दोनों पक्ष युद्धविराम की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। हालांकि, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह पहल युद्ध को समाप्त करने में कितनी प्रभावी होती है।