देश / सोनिया से मिला निष्पक्ष चुनाव का भरोसा, अध्यक्ष की रेस में शामिल थरूर

गौरतलब है कि इससे कुछ दिन पहले ही थरूर ने अध्यक्ष पद के चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता को लेकर सवाल उठाए थे। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक शशि थरूर से मुलाकात के दौरान सोनिया गांधी ने उन्हें आश्वस्त किया है कि चुनाव पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष होंगे। माना जा रहा है सोनिया से आश्वासन मिलने के बाद थरूर कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं।

Vikrant Shekhawat : Sep 19, 2022, 09:46 PM
New Delhi : कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के अनुमानों के बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने सोमवार को सोनिया गांधी से मुलाकात की। इस दौरान सोनिया गांधी ने उनसे स्पष्ट कर दिया है कि यह पूरी तरह से जेनुइन चुनाव होंगे। जिस किसी को भी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ना है वह मैदान में उतर सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि इस दौरान पूरी तरह से पारदर्शिता और निष्पक्षता भी बरती जाएगी। माना जा रहा है कि इसके बाद थरूर कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में उतरने को तैयार हैं।

थरूर ने उठाए थे सवाल

गौरतलब है कि इससे कुछ दिन पहले ही थरूर ने अध्यक्ष पद के चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता को लेकर सवाल उठाए थे। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक शशि थरूर से मुलाकात के दौरान सोनिया गांधी ने उन्हें आश्वस्त किया है कि चुनाव पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष होंगे। माना जा रहा है सोनिया से आश्वासन मिलने के बाद थरूर कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। थरूर का पक्ष जानने के लिए संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई। इससे पहले कांग्रेस कह चुकी थी कि पार्टी अध्यक्ष पद के लिए कोई भी दावेदारी कर सकता है। हालांकि इसके लिए उसे कम से कम 10 डेलीगेट्स का समर्थन चाहिए होगा। 

सांसदों ने मधुसूदन मिस्त्री को लिखा था पत्र

गौरतलब है कि पहले भी कई कांग्रेस सांसद अध्यक्ष की चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग कर चुके हैं। इसको लेकर पांच कांग्रेस सांसदों ने कांग्रेस के आंतरिक चुनाव पैनल के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री को पत्र लिखा था। इस पत्र में सभी मतदाताओं और कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने में समर्थ उम्मीदवारों को पीसीसी डेलीगेट्स की लिस्ट देने की मांग की गई थी। छह सितंबर को यह संयुक्त पत्र लोकसभा सांसद शशि थरूर, मनीष तिवारी, कार्ति चिदंबरम, प्रद्युत बोरडोलोई और अब्दुल खलीक ने लिखा था। इसमें पूछा गया था कि यह लिस्ट उपलब्ध कराई जाए, जिससे स्पष्ट हो सके कि उम्मीदवारों को नॉमिनेट करने और वोट देने के अधिकारी कौन हैं।