Vikrant Shekhawat : Jul 02, 2024, 05:34 PM
Uttar Pradesh News: यूपी के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। इसमें 122 लोगों की मौत हो गई। 150 से अधिक घायल हैं। कई लोगों की हालत गंभीर हैं। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। हादसा हाथरस जिले से 47 किमी दूर फुलरई गांव में हुआ है। हादसे के बाद हालात भयावह है। अस्पताल के बाहर शव जमीन पर बिखरे पड़े हैं। रिपोर्टर ने हाथरस के सिकंराराऊ CHC में लाशों को गिना। यहां 95 लाशें बिखरी पड़ी हैं। इसके अलावा एटा CMO उमेश त्रिपाठी ने बताया- हाथरस से अब तक 27 शव एटा लाए गए हैं। इनमें 25 महिलाएं और 2 पुरुष हैं। सत्संग में 20 हजार से अधिक लोगों की भीड़ थी।हादसे के बाद जैसे-तैसे घायलों और मृतकों को बस-टैंपो में लादकर अस्पताल ले जाया गया। CM योगी ने मुख्य सचिव मनोज सिंह और DGP प्रशांत कुमार को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया। घटना के कारणों की जांच के लिए ADG आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर की टीम गठित की गई है।भगदड़ क्यों मची?सत्संग खत्म हो गया था। एक साथ लोग निकल रहे थे। हॉल छोटा था। गेट भी पतला था। पहले निकलने के चक्कर में भगदड़ मच गई। लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े। ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। इस वजह से 150 से अधिक लोग घायल हो गए।सीएम योगी ने लिया संज्ञानभीषण हादसे पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है. उन्होंने मृतकों के परिजनों और घायलों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं. सीएम योगी ने सभी अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर तत्काल प्रभाव से राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. घायलों को पुख्ता इलाज मुहैया कराने के निर्देश भी दिए गए हैं. सीएम योगी के निर्देश पर घटना की जांच के लिए कमेठी गठित की गई है. अलीगढ़ मंडल के वरिष्ठ अफसर की कमेटी इस पूरे मामले की जांच करेगी. इस कमेटी में एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है.दम घुटने से मची भगदड़आईजी शलभ माथुर ने बताया है कि सत्संग के कार्यक्रम में जगह कम थी लेकिन भीड़ बहुत ज्यादा हो गई थी. गर्मी और मौसम की मार की वजह से कई लोगों का पंडाला के नीचे दम घुट गया और इसी वजह से भगदड़ मच गई. घायलों के इलाज की व्यवस्था अलग-अलग हॉस्पिटल में कराई गई है. जो गंभीर रूप से घायल हैं उन्हें बड़े हॉस्पिटल्स में भेजा जा रहा है.मंत्री, मुख्य सचिव और DGP पहुंच रहेसीएम योगी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा है कि हाथरस में हुए हादसे में संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों में युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार के लिए निर्देश दिए गए हैं. यूपी सरकार में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी और संदीप सिंह घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं. प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी को घटना स्थल पर पहुंचने के लिए निर्देशित किया गया है.एटा पहुंचे 27 शवएटा एसएसपी राजेश कुमार सिंह ने बताया है कि सत्संग में भगदड़ के बाद एटा हॉस्पिटल में अभी तक 27 मृतकों के शव आ चुके हैं. इनमें 23 महिलाएं हैं, 3 बच्चे हैं और 1 युवक शामिल हैं. सभी की शिनाख्त की कोशिश की जा रही है, और मृतकों के परिजनों से संपर्क भी किया जा रहा है.