सुशांत केस में एक और खुलासा / रिया चक्रवर्ती ने मुंबई में खरीदा था 76 लाख का फ्लैट, कहां से लाई पैसा, देखें आज के अपडेट

सुशांत सिंह केस में बड़ी जानकारी सामने आ रही है, जिसमें रिया चक्रवर्ती की तरफ से खरीदे गए फ्लैट के बारे में पता चला है। यह फ्लैट 2018 में खरीदा था और रजिस्ट्रेशन के लिए 3.80 लाख रुपए की स्टांप ड्यूटी चुकाई। इसकी कीमत 76 लाख रुपये, जो रिया चक्रवर्ती के नाम पर रजिस्टर्ड है। चक्रवर्ती ने 28 मई 2018 को ये फ्लैट खरीदा था, जो मुंबई के खार ईस्ट के गुलमोहर एवेन्यू में खरीदा था, जो चौथी मंजिल पर है।

Vikrant Shekhawat : Aug 07, 2020, 11:14 AM
Mumbai | सुशांत सिंह राजपूत केस (Sushant Singh Rajput Case Update) में बड़ी जानकारी सामने आ रही है, जिसमें रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) की तरफ से खरीदे गए फ्लैट के बारे में पता चला है। रिया चक्रवर्ती ने यह फ्लैट 2018 में खरीदा था और रजिस्ट्रेशन के लिए 3.80 लाख रुपए की स्टांप ड्यूटी चुकाई। इसकी कीमत 76 लाख रुपये, जो रिया चक्रवर्ती के नाम पर रजिस्टर्ड है। रिया चक्रवर्ती ने 28 मई 2018 को ये फ्लैट खरीदा था, जो मुंबई (Mumbai) के खार ईस्ट के गुलमोहर एवेन्यू में खरीदा था, जो चौथी मंजिल पर है। इस फ्लैट को लेकर भी रिया चक्रवर्ती से पूछताछ हो सकती है। वहीं, दूसरी तरफ बृह्नमुंबई महानगरपालिका (BMC) ने सुप्रीम कोर्ट से लताड़ खाने के बाद  शुक्रवार को बिहार के आईपीएस विनय तिवारी का क्वारंटीन खत्म किया। विनय तिवारी एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के मामले की जांच करने के लिए बिहार से मुंबई पहुंचे थे।

इससे पहले, गुरुवार को सुशांत सिंह राजपूत केस मामले में रिया समेत 6 लोगों पर सीबीआई (CBI) ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। केस में रिया के अलावा उसके परिवार के लोग और सुशांत के बिजनेस मैनेजर का भी नाम है. यही नहीं, बिहार में सुशांत के पिता के के सिंह की ओर से दर्ज कराए गए मामले के आधार पर ईडी (Enforcement Directorate) भी रिया से पूछताछ करेगी, जिसमें सुशांत सिंह राजपूत के बैंक खाते से निकाले गए पैसों का भी हिसाब किताब होगा।

छह जनों पर दर्ज है एफआईआर, वकील बोला गैरकानूनी

सीबीआई ने सुशांत सिंह राजपूत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती, शोविक चक्रवर्ती, इंद्रजीत चक्रवर्ती, संध्या चक्रवर्ती, सैमुअल मिरांडा और श्रुति मोदी को आरोपी बनाया है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने आईपीसी की धारा 306, 341, 342, 420, 406 और 506 के तहत FIR दर्ज की है। मतलब साफ है कि आने वाले दिनों में सीबीआई की जांच इन्हीं 6 आरोपियों के ईद-गिर्द खासतौर घूमेगी। केस दर्ज होने के बाद अब रिया के वकील सतीश मानेशिंदे ने इसे गैरकानूनी कदम बताया है। रिया के वकील सतीश मानेशिंदे ने एक बयान जारी करते हुए कहा, 'सीबीआई ने उक्त कार्रवाई को लंबित रखते हुए अवैधानिक रूप से केस पंजीकृत किया है, जो बिहार पुलिस के हाथ में रहने के दौरान आगे बढ़ रहा था।' मानेशिंदे ने आगे कहा, 'सीबीआई देश की एक प्रमुख जांच एजेंसी है, जिसे सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर चल रही कार्यवाही को लंबित करने के लिए कोई भी कदम उठाने से बचना चाहिए। खासतौर पर तब तक, जब तक सीबीआई को मामले की जांच देने के लिए महाराष्ट्र सरकार सहमति नहीं देती है... यह पूरी तरह से गैरकानूनी होगा और किसी भी ज्ञात कानूनी सिद्धांत से परे, यह संघीय ढांचे को प्रभावित करेगा।'

'मेरे डैड की मारुति’ से अपने अभिनय करियर की शुरुआत करने वालीं रिया चक्रवर्ती सुशांत सिंह राजपूत की गर्लफ्रेंड रही हैं। उन पर सुशांत सिंह को आत्महत्या के लिए उकसाने, पैसों की हेराफेरी, आपराधिक साजिश का आरोप है। सुशांत के पिता के के सिंह ने पटना में रिया के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। उन्होंने रिया पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इसके अलावा रिया चक्रवर्ती के खिलाफ ED ने भी समन जारी किया है।

रिया का भाई शोविक चक्रवर्ती भी आरोपी

शोविक चक्रवर्ती सुशांत सिंह राजपूत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती का भाई है। वह सुशांत के साथ तीन कंपनियों के डायरेक्टर भी रहा है। शोविक चक्रवर्ती का अक्सर सुशांत के घर आना-जाना होना था। उसकी और सुशांत की कई तस्वीरें भी साथ में है। सुशांत की मौत के बाद शोविक ने एक पोस्ट लिखा जिसमें उसने बताया था कि वो सुशांत से क्या-क्या सीखे हैं। उन्होंने लिखा था कि मेरे दिल में हमेशा आप के लिए प्यार बना रहेगा।

सैमुअल मिरांडा से हो चुकी है पूछताछ

सीबीआई की FIR में सुशांत सिंह राजपूत के हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा का भी नाम है। सैमुअल मिरांडा से प्रवर्तन निदेशालय भी पूछताछ कर चुकी है। सुशांत के परिवार का आरोप है कि रिया चक्रवर्ती ने ही पिछले साल सैमुअल मिरांडा को सुशांत का मैनेजर नियुक्त किया था। एक दौर में वह सुशांत के करीबी लोगों में थे। जिस वक्त सुशांत का शव घर से मिला था उस दौरान सैमुअल मिरांडा, कुक केशव और और नीरज के अलावा सिद्धार्थ पिठानी मौजूद थे। सैमुअल मिरांडा, सिद्धार्थ और कुक ये वो लोग हैं जिन्होंने सबसे पहले सुशांत को मृत देखा था।

बड़े मामलों की जांच करने वाली टीम

इधर सीबीआई ने भी इस मामले को अपने हाथ में लेते हुए टीम गठित कर ली है। सीबीआई द्वारा ये भी बता दिया गया है कि सुशांत मामले की जांच में गठित समिति में कौन कौन होने वाला है। इस मामले की जांच माल्या और अगस्त्या वेस्टलैंड की जांच करने वाली टीम को सौंपी गई है। सीबीआई की टीम में बिहार के अधिकारियों को भी शामिल किया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस अधीक्षक नूपुर प्रसाद के नेतृत्व में विशेष जांच दल इसकी जांच करेगा और इसकी निगरानी डीआईजी गगनदीप गंभीर और संयुक्त निदेशक मनोज शशिधर करेंगे। दोनों गुजरात कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं।

लताड़ पड़ने के बाद तिवारी को छोड़ा

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में जांच को लेकर मुंबई पहुंचे बिहार के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी (IPS Vinay Tiwari) को क्वारंटीन से छोड़ दिया गया है। विनय तिवारी को उस समय क्वारंटीन किया गया जब वो सुशांत केस को लेकर मुंबई में जांच कर रही बिहार पुलिस (Bihar Police) टीम का नेतृत्व करने के लिए पहुंचे थे। जानकारी के मुताबिक, बीएमसी ने उन्हें 14 दिनों के लिए क्वारंटीन किया। जिसके बाद मुंबई से लेकर बिहार तक काफी हंगामा देखने को मिला था। बाद में बिहार सरकार ने सुशांत केस को लेकर सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी, जिसे स्वीकार भी कर लिया गया।

बीएमसी ने IPS विनय तिवारी को किया था क्वारंटीन

पटना सिटी के एसपी विनय तिवारी के क्वारंटीन को लेकर बिहार पुलिस की ओर से मुंबई पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे। खुद विनय तिवारी ने भी कहा था कि उनके क्वारंटीन किए जाने से जांच प्रभावित होगी। वहीं बिहार पुलिस ने मुंबई पुलिस पर जांच में सहयोग नहीं करने का भी आरोप लगाया था। एक दिन पहले ही बिहार पुलिस के डीजीपी ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की जांच के लिए मुंबई गए प्रदेश के एक आईपीएस अधिकारी को लौटने की अनुमति नहीं दिए जाने पर गुरुवार को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। इसको लेकर डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा था कि हमारे अधिकारी विनय तिवारी मुंबई पुलिस को सूचना देकर वहां गए थे। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने उनके वहां जाने की सूचना दी थी। पत्र लिखकर उनके ठहरने के लिए आईपीएस मेस व्यवस्था करने का अनुरोध किया था। बावजूद उन्हें जबरन क्वारंटीन किया गया। फिलहाल पूरे मामले में बड़ा अपडेट ये है कि मुंबई में क्वारंटीन किए गए आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को क्वारंटीन से छोड़ दिया गया है।

जांच के लिए मुंबई गई पटना पुलिस की टीम वापस लौटी

इस बीच, पटना पुलिस की चार सदस्यीय टीम शुक्रवार को वापस लौट आई। यह टीम एक सप्ताह से अधिक समय से मुंबई में डेरा डाले हुए थी और मामले की जांच कर रही थी। इस पर उन्होंने कुछ भी मीडिया से साझा करने से इनकार करते हुए कहा कि सब ठीक से हो गया। हमने अपने सीनियर अधिकारियों के निर्देशों के अनुसार अपनी जांच की। हमारे जो भी निष्कर्ष आए हैं, हम उन्हें साझा करेंगे। इसी टीम का नेतृत्व करने के लिए पटना सिटी एसपी विनय तिवारी मुंबई पहुंचे थे, जिन्हें क्वारंटीन कर लिया गया था। विनय तिवारी ने बताया कि बीएमसी के अधिकारियों ने मैसेज कर बताया है कि मुझे क्वांटाइन से छोड़ा जा रहा है। उन्होंने बताया कि वे आज पटना लौटेंगे। इससे पहले सुशांत केस को सीबीआई को सौंपे जाने के बाद बिहार पुलिस की चार सदस्यों वाली पटना पुलिस की एसआईटी बुधवार को वापस लौट आई थी।  

जबरन क्वारंटाइन करने पर मचा था हंगामा

उल्लेखनीय है कि आईपीएस विनय तिवारी को क्वारंटाइन करने पर काफी हंगामा मच गया था। बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय से लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार के सत्तापक्ष और विपक्ष के कई नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। मामले में सु्प्रीम कोर्ट तक ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा था कि 'अभिनेता की मौत के मामले में सच्चाई सामने आनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मुंबई पुलिस की पेशेवर प्रतिष्ठा अच्छी है लेकिन बिहार पुलिस ऑफिसर को क्वारंटाइन करने से अच्छा संदेश नहीं गया है।'

बिहार पुलिस ने दी थी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी

वहीं बिहार के डीजीपी ने सुशांत मामले की जांच के लिए मुंबई गए आईपीएस विनय तिवारी को लौटने की मंजूरी नहीं देने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा था कि पटना के एसपी विनय तिवारी को जबरन क्वारंटाइन में रखे जाने पर सरकार को पूरे प्रकरण की जानकारी दी गई है। अगर उन्हें नहीं छोड़ा गया तो महाधिवक्ता से राय लेकर शुक्रवार को तय करेंगे कि क्या करना है। अदालत भी जाने का एक विकल्प है। उन्होंने कहा कि विनय तिवारी मुंबई पुलिस को सूचना देकर गए थे। पत्र लिखकर तीन दिन तक उनके ठहरने के लिए आईपीएस मेस की व्यवस्था कराने का अनुरोध किया था। आईपीएस मेस में ठहरने की व्यवस्था नहीं होने पर वे जहां ठहरे हुए थे, आधी रात को बीएमसी ने बिना जांच कराए उन्हें क्वारंटाइन कर दिया। बीएमसी अधिकारी विनय को छोड़ने को तैयार नहीं हैं।

बीएमसी ने दिखाई थी हेकड़ी, कहा था 15 अगस्त तक होम क्वारंटाइन रहना होगा

इससे पहले आईपीएस को जबरन क्वारंटाइन के मुद्दे पर बीएमसी अधिकारियों ने कहा था कि सेंट्रल पटना के एसपी विनय तिवारी को क्वारंटाइन से छूट चाहिए तो उन्हें शर्तें मानने के साथ आवेदन करना होगा, तभी उन्हें मुंबई से जाने की इजाजत दी जा सकती है। अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो 15 अगस्त तक उन्हें होम क्वारंटाइन रहना होगा।  तिवारी को गोरेगांव के एसआरपीएफ गेस्ट हाउस में रखा गया है। बीएमसी अफसरों ने कहा कि तिवारी को वार्ड अधिकारी या अन्य सक्षम अधिकारी के समक्ष क्वारंटाइन से छूट के लिए आवेदन करना होगा और तब इस पर निर्णय लिया जाएगा। मुंबई के एसीपी पी वेलरासु ने कहा कि तिवारी ऑनलाइन महाराष्ट्र के अधिकारियों से संपर्क साध सकते हैं। उन्हें नगर निकाय के नियमों का पालन करना होगा।