Vikrant Shekhawat : Jun 18, 2021, 09:37 AM
नई दिल्ली: सीबीएसई द्वारा जारी किए गए 12वीं कक्षा के रिजल्ट के फॉर्मूले से कई छात्र नाराज हैं। छात्रों ने फॉर्मूले पर आपत्ति जताते हुए कहा कि बोर्ड ने 11वीं कक्षा के मार्क्स को 30 फीसदी वेटेज देकर गलत किया है। यह बहुत ज्यादा है। उनका कहना था कि 12वीं के मार्क्स को अधिक वेटेज दी जानी चाहिए। गाजियाबाद के एक स्कूल की स्टूडेंट्स सलोनी गुप्ता ने कहा कि 11वीं कक्षा के मार्क्स को 30 प्रतिशत वेटेज देना अनुचित है। 11वीं कक्षा के मार्क्स को इतनी अहमियत नहीं दी जा सकती है। इससे हमारा 12वीं का रिजल्ट खराब होगा। उन्होंने कहा, '11वीं में मैंने इतना गंभीर होकर पढ़ाई नहीं की थी। नए-नए विषय थे, उन्हें समझने में बहुत समय लगा। मुझे नहीं पता था कि ये मार्क्स 12वीं में जोड़े जाएंगे और मेरा करियर प्रभावित करेंगे।'पूर्वी दिल्ली के सीबीएसई स्कूल के एक अन्य स्टूडेंट्स गोपाल शर्मा ने कहा, '11वीं में जब मैं आया था, तो ऑनलाइन पढा़ई हुई। नए विषयों पर ध्यान केंद्रित होने में समय लगा। ऊपर से मेडिकल की कोचिंग भी ली। रूटीन में समय लगा। इससे 11वीं का रिजल्ट उतना अच्छा नहीं आ सका था। लेकिन अब ये मेरे 12वीं के रिजल्ट पर असर डालेगा, ये गलत है। 11वीं में मैं 12वीं जितना सीरियस नहीं था।'लखनऊ के सीबीएसई स्कूल के एक छात्र अशोक कुमार ने कहा, '10वीं से लेकर 12वीं तक के विषय बिल्कुल अलग होते हैं। समझ विकसित होती जाती है। जरूरी नहीं कि 10वीं में जिसने थर्ड डिविजन हासिल की हो, वो 12वीं में 90 फीसदी से ऊपर नहीं ला सकता। 10वीं 11वीं के मार्क्स के आधार पर 12वीं का रिजल्ट निकालना गलत है। अगर हम परीक्षा देने का ऑप्शन चुनेंगे तो कॉलेज विश्वविद्यालयों में दाखिला कैसे लेंगे। हमें उच्च शिक्षा की पढ़ाई की तरफ ध्यान केंद्रित करना है। अगर अक्टूबर नवंबर में परीक्षा का मौका मिलता है तो हम कॉलेजों की पढ़ाई करेंगा या 12वीं के पेपर देंगे।'आपको बता दें कि गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सीबीएसई ने 12वीं कक्षा का रिजल्ट फॉर्मूला पेश किया जिसे शीर्ष अदालत ने मंजूरी दे दी। अब सीबीएसई 12वीं कक्षा के स्टूडेंट्स का रिजल्ट उनकी पिछले तीन सालों की परफॉर्मेंस के आधार पर जारी करेगा। यानी 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा में जिसका जितना अच्छा प्रदर्शन रहा होगा, उसके उतने ही अच्छे मार्क्स आएंगे। 10वीं और 11वीं कक्षा के मार्क्स को 30-30 प्रतिशत वेटेज और 12वीं कक्षा में परफॉर्मेंस (प्री बोर्ड, मिड टर्म, यूनिट एग्जाम) को 40 प्रतिशत वेटेज दिया जाएगा।स्टूडेंट्स के कक्षा 10वीं के 5 में से बेस्ट 3 पेपरों के मार्क्स लिए जाएंगे। 11वीं कक्षा के सभी थ्योरी पेपरों के मार्क्स लिए जाएंगे। वहीं कक्षा 12वीं में स्टूडेंट्स के यूनिट, टर्म व प्रैक्टिकल एग्जाम के मार्क्स लिए जाएंगे। सीबीएसई 12वीं कक्षा का रिजल्ट फॉर्मूला 12वीं कक्षा - यूनिट टेस्ट, मिड टर्म और प्री-बोर्ड एग्जाम की परफॉर्मेंस के आधार पर मार्क्स मिलेंगे। इसका वेटेज 40 फीसदी होगा।11वीं कक्षा - फाइनल एग्जाम में सभी विषयों के थ्योरी पेपर की परफॉर्मेंस के आधार पर मार्क्स मिलेंगे। इसका वेटेज 30 फीसदी होगा।10वीं कक्षा - प्रमुख 5 विषयों में से तीन विषयों के थ्योरी पेपर के परफॉर्मेंस के आधार पर मार्क्स मिलेंगे। पांच में से तीन विषय वे होंगे जिनमें स्टूडेंट का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा होगा। इसका वेटेज भी 30 फीसदी होगा।