Vikrant Shekhawat : Dec 17, 2024, 07:40 PM
Share Market News: बीते दो दिनों से भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी जा रही है। सोमवार और मंगलवार को सेंसेक्स और निफ्टी में लगभग डेढ़ फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जिससे देश की टॉप 10 कंपनियों के मार्केट कैप से 2.37 लाख करोड़ रुपए का सफाया हो गया। इस गिरावट का सबसे ज्यादा असर टीसीएस और रिलायंस इंडस्ट्रीज पर पड़ा है। इन दोनों कंपनियों के कंबाइंड मार्केट कैप में एक लाख करोड़ से ज्यादा की गिरावट आई है। इसके अलावा, भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसी कंपनियों को भी बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है।
निष्कर्ष
बीते दो दिनों की गिरावट ने भारतीय शेयर बाजार और निवेशकों को जोरदार झटका दिया है। टॉप कंपनियों के मार्केट कैप में भारी गिरावट से बाजार में निराशा का माहौल है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि जल्द ही बाजार स्थिरता की ओर बढ़ सकता है।
सेंसेक्स और निफ्टी की हालत
सोमवार को सेंसेक्स में 1100 से ज्यादा अंकों की गिरावट हुई, जबकि दो दिनों के कुल मिलाकर सेंसेक्स ने 1500 अंक गंवा दिए। दूसरी ओर, निफ्टी में भी 464.85 अंकों की गिरावट दर्ज की गई है। इस गिरावट की वजह से निवेशकों को 4.59 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।देश की टॉप 10 कंपनियों को हुआ बड़ा नुकसान
- टीसीएस (TCS)
देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी को दो दिनों में 56,243.17 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। कंपनी का मार्केट कैप 16,18,587.63 करोड़ से घटकर 15,62,344.46 करोड़ रुपए रह गया। - रिलायंस इंडस्ट्रीज
देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के मार्केट कैप में 41,612.05 करोड़ रुपए की गिरावट हुई। कंपनी का मार्केट कैप 17,23,144.70 करोड़ से घटकर 16,81,532.65 करोड़ रुपए हो गया। - भारती एयरटेल
भारत की प्रमुख टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल के मार्केट कैप में 40,860.43 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। अब कंपनी का मार्केट कैप 9,57,842.40 करोड़ से घटकर 9,16,981.97 करोड़ रुपए रह गया। - एचडीएफसी बैंक
सबसे बड़े प्राइवेट बैंक एचडीएफसी बैंक के मार्केट कैप में 30,579.49 करोड़ रुपए की गिरावट हुई। कंपनी का मार्केट कैप 14,31,158.06 करोड़ से घटकर 14,00,578.57 करोड़ रुपए हो गया। - इंफोसिस
प्रमुख आईटी कंपनी इंफोसिस के मार्केट कैप में 16,961.94 करोड़ रुपए की गिरावट हुई। कंपनी का मार्केट कैप 8,30,387.10 करोड़ से घटकर 8,13,425.16 करोड़ रुपए हो गया। - आईसीआईसीआई बैंक
देश के दूसरे सबसे बड़े प्राइवेट बैंक आईसीआईसीआई बैंक का मार्केट कैप 13,090.17 करोड़ रुपए घटकर 9,49,306.37 करोड़ से 9,36,216.20 करोड़ रुपए हो गया। - एसबीआई (SBI)
सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई के मार्केट कैप में 12,985.33 करोड़ रुपए की गिरावट आई। कंपनी का मार्केट कैप 7,69,034.51 करोड़ से घटकर 7,56,049.18 करोड़ रुपए रह गया। - आईटीसी (ITC)
एफएमसीजी सेक्टर की दिग्गज कंपनी आईटीसी का मार्केट कैप 8,757.57 करोड़ रुपए घटकर 5,88,195.82 करोड़ से 5,79,438.25 करोड़ रुपए हो गया। - हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL)
हिंदुस्तान यूनिलीवर के मार्केट कैप में 8,024.15 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। कंपनी का मार्केट कैप 5,61,423.08 करोड़ से घटकर 5,53,398.93 करोड़ रुपए रह गया। - एलआईसी (LIC)
सबसे बड़ी सरकारी इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी के मार्केट कैप में 7,811.38 करोड़ रुपए की गिरावट हुई। कंपनी का मार्केट कैप 5,89,869.29 करोड़ से घटकर 5,82,057.91 करोड़ रुपए रह गया।
बाजार के गिरने का कारण
शेयर बाजार की इस भारी गिरावट के पीछे कई कारक जिम्मेदार हो सकते हैं:- वैश्विक बाजारों का असर: अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों को लेकर अस्थिरता।
- कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि: महंगे तेल से भारत पर आर्थिक दबाव बढ़ा है।
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली: एफआईआई (Foreign Institutional Investors) द्वारा लगातार निकासी।
- मुनाफावसूली: हाल ही में शेयर बाजार ने ऊंचे स्तरों को छुआ था, जिसके बाद निवेशकों ने मुनाफा बुकिंग की।
मंगलवार का बाजार हाल
मंगलवार को बाजार ने गिरावट के नए रिकॉर्ड बनाए।- सेंसेक्स 1064.12 अंक गिरकर 80,684.45 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में सेंसेक्स ने 1136.37 अंकों की गिरावट दर्ज की।
- निफ्टी 332.25 अंक गिरकर 24,336.00 पर बंद हुआ। दिन के दौरान निफ्टी 364.8 अंकों तक फिसल गया।
निवेशकों के लिए सलाह
इस गिरावट के बीच बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है। यह गिरावट मुनाफावसूली और वैश्विक परिस्थितियों की वजह से है। दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह बाजार में खरीदारी का मौका भी साबित हो सकता है। निवेशकों को सही कंपनियों पर फोकस रखना चाहिए और बाजार के उछाल-पतल को ध्यान में रखते हुए रणनीति बनानी चाहिए।निष्कर्ष
बीते दो दिनों की गिरावट ने भारतीय शेयर बाजार और निवेशकों को जोरदार झटका दिया है। टॉप कंपनियों के मार्केट कैप में भारी गिरावट से बाजार में निराशा का माहौल है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि जल्द ही बाजार स्थिरता की ओर बढ़ सकता है।