Blind T20 World Cup: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 और
टी20 ब्लाइंड वर्ल्ड कप 2023 को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव फिर से गहरा गया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने सुरक्षा चिंताओं और भारत सरकार की मंजूरी न मिलने के कारण चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया है। इस फैसले के चलते इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के आयोजन पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
इसी बीच, भारतीय ब्लाइंड क्रिकेट टीम को लेकर भी एक बड़ी खबर सामने आई है। टीम को 23 नवंबर से 3 दिसंबर तक पाकिस्तान में आयोजित
टी20 ब्लाइंड वर्ल्ड कप में हिस्सा लेना था, लेकिन भारत सरकार ने सुरक्षा कारणों से इसकी अनुमति नहीं दी। यह फैसला न केवल खिलाड़ियों बल्कि आयोजकों के लिए भी निराशाजनक है।
सुरक्षा चिंताओं के कारण इनकार
भारतीय ब्लाइंड क्रिकेट एसोसिएशन (IBCA) के महासचिव
शैलेंद्र यादव ने बताया कि टीम को
खेल मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) मिल चुका था, लेकिन
विदेश मंत्रालय से मंजूरी नहीं मिल सकी। यादव ने कहा, "हमें अनौपचारिक रूप से बताया गया है कि ब्लाइंड क्रिकेट टीम को पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।" उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि इस फैसले को अंतिम समय तक क्यों टाला गया, जबकि इसे पहले ही स्पष्ट किया जा सकता था।उन्होंने यह भी कहा, "अगर मुख्यधारा की क्रिकेट टीम को सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं है, तो ब्लाइंड क्रिकेट टीम कैसे सुरक्षित रह सकती है?"
पाकिस्तान का रुख और टूर्नामेंट पर असर
पाकिस्तान ब्लाइंड क्रिकेट काउंसिल ने कहा है कि भारत के शामिल न होने के बावजूद टूर्नामेंट अपने निर्धारित समय पर होगा। हालांकि, भारतीय टीम के न आने से प्रतियोगिता की प्रतिस्पर्धात्मकता पर असर पड़ सकता है।यह विवाद ऐसे समय में आया है जब दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंधों में लंबे समय से तनाव बना हुआ है। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर BCCI और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) पहले से आमने-सामने हैं। PCB ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर भारत पाकिस्तान आने से इनकार करता है, तो वे अपने टूर्नामेंट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थगित करने की अनुमति नहीं देंगे।
खिलाड़ियों और प्रशंसकों की निराशा
इस फैसले से भारतीय ब्लाइंड क्रिकेट टीम के खिलाड़ी निराश हैं। IBCA का कहना है कि खिलाड़ियों ने टूर्नामेंट की तैयारी के लिए काफी मेहनत की थी। अब अंतिम समय पर इस फैसले से उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से झटका लगा है। यादव ने कहा, "अगर हमें पहले सूचित किया जाता, तो हम चयन और तैयारी की प्रक्रिया में समय और संसाधन बचा सकते थे।"
भविष्य की दिशा
इस घटना ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट के संबंधों की जटिलता को उजागर किया है। जहां एक तरफ सुरक्षा चिंताओं को प्राथमिकता दी जा रही है, वहीं दूसरी तरफ खिलाड़ियों और प्रशंसकों के बीच निराशा बढ़ती जा रही है।भविष्य में, दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड और सरकारों को मिलकर ऐसे विवादों को सुलझाने के लिए अधिक प्रभावी संवाद और योजना बनानी होगी, ताकि खेल भावना को बरकरार रखा जा सके।