Anand Mahindra: महिंद्रा एंड महिंद्रा ने हाल ही में भारतीय बाजार में अपनी दो नई इलेक्ट्रिक कारें, XEV 9e और BE 6, लॉन्च की हैं। इन कारों को आम जनता से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। इसी बीच, जब एलन मस्क की टेस्ला के भारत में एंट्री की खबरें पक्की हो चुकी हैं, तो सोशल मीडिया पर लोग सवाल उठा रहे हैं कि महिंद्रा और टाटा जैसी भारतीय कंपनियां इस नए वैश्विक खिलाड़ी से कैसे मुकाबला करेंगी।
आनंद महिंद्रा का आत्मविश्वास भरा जवाब
महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा सोशल मीडिया पर खासे सक्रिय रहते हैं और अपने अनोखे जवाबों के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में, जब उनसे यह सवाल पूछा गया कि टेस्ला के भारत आने पर महिंद्रा कैसे प्रतिस्पर्धा करेगा, तो उन्होंने बड़े आत्मविश्वास से जवाब दिया:
“साल 1991 में जब भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया के लिए खोला गया था, तब से हमसे यह सवाल पूछा जा रहा है। आप टाटा, मारुति और बाकी मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ कैसे मुकाबला करेंगे? हम आज भी मजबूती से टिके हुए हैं और पागलों की तरह मेहनत कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य अगले 100 साल तक प्रासंगिक बने रहना है। आप हम पर भरोसा रखिए, हम यह करके दिखाएंगे।”आनंद महिंद्रा के इस जवाब ने भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में स्वदेशी कंपनियों के आत्मविश्वास को दर्शाया है।
हीरो, बजाज और टीवीएस जैसी कंपनियों से प्रेरणा
आनंद महिंद्रा के इस बयान के समर्थन में सोशल मीडिया पर कई लोगों ने अपनी राय दी। एक यूजर ने लिखा,
“देश के 2-व्हीलर मार्केट में होंडा और यामाहा जैसे ग्लोबल ब्रांड्स के बावजूद हीरो मोटोकॉर्प, टीवीएस, बजाज और रॉयल एनफील्ड जैसी देसी कंपनियों का दबदबा बना हुआ है। इसी तरह टेस्ला का भारत आना कोई चुनौती नहीं बल्कि इनोवेशन को बढ़ावा देगा और भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग को मजबूत करेगा।”आनंद महिंद्रा का 2017 का ट्वीट फिर हुआ वायरल
आनंद महिंद्रा का एक पुराना ट्वीट भी चर्चा में आ गया है। जून 2017 में उन्होंने एलन मस्क को टैग करते हुए कहा था कि उन्हें अमेरिका से बाहर आना चाहिए, क्या वे पूरा भारतीय बाजार महिंद्रा के लिए छोड़ना चाहेंगे? इस पर एलन मस्क ने भी प्रतिक्रिया दी थी। उस समय टेस्ला आर्थिक संकट का सामना कर रही थी, और एलन मस्क को निवेशकों का विश्वास बनाए रखने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा था।
क्या टेस्ला भारतीय बाजार में टिक पाएगी?
अब जब टेस्ला भारत में एंट्री के लिए पूरी तरह तैयार है, कंपनी दिल्ली और मुंबई में अपने स्टोर खोलने जा रही है। अप्रैल 2025 से भारतीय ग्राहकों को टेस्ला की कारें मिलने की उम्मीद है, जिनकी शुरुआती कीमत 22 लाख रुपये हो सकती है।
भारतीय बाजार में पहले से मौजूद टाटा और महिंद्रा जैसी मजबूत कंपनियों के बीच टेस्ला की राह आसान नहीं होगी। हालांकि, इस प्रतिस्पर्धा से उपभोक्ताओं को नए और उन्नत इलेक्ट्रिक वाहन मिलेंगे, जिससे भारतीय ईवी उद्योग को एक नई दिशा मिलेगी। अब देखना यह होगा कि आने वाले वर्षों में यह मुकाबला किस दिशा में जाता है।