Viral News / चूल्हे में बची राख को बेकार मानकर फेंक दिया जाता, लेकिन अब बिक रही बादाम की कीमत में ऑनलाइन

आपने चारकोल या चारकोल की राख के बारे में सुना होगा। कुछ साल पहले तक चूल्हे में बची राख को बेकार समझकर छोड़ दिया जाता था। इस राख का उपयोग ग्रामीण क्षेत्रों में बर्तन साफ ​​करने के लिए किया जाता है। लेकिन अब जब डिजिटल युग है, तो इस राख की स्थिति भी बदल गई है। अब इस राख को ई-कॉमर्स साइटों पर on डिश वॉशिंग वुड ऐश ’के नाम से आकर्षक पैकिंग में बेचा जा रहा है।

Vikrant Shekhawat : Mar 07, 2021, 05:32 PM
Delhi: आपने चारकोल या चारकोल की राख के बारे में सुना होगा। कुछ साल पहले तक चूल्हे में बची राख को बेकार समझकर छोड़ दिया जाता था। इस राख का उपयोग ग्रामीण क्षेत्रों में बर्तन साफ ​​करने के लिए किया जाता है। लेकिन अब जब डिजिटल युग है, तो इस राख की स्थिति भी बदल गई है। अब इस राख को ई-कॉमर्स साइटों पर on डिश वॉशिंग वुड ऐश ’के नाम से आकर्षक पैकिंग में बेचा जा रहा है।

दरअसल, इस राख को लकड़ी की राख बनाने के नाम पर बेचा जा रहा है। अब इसकी कीमत भी जान लीजिए। इसकी कीमत 250 ग्राम के लिए 399 रुपये बताई गई है, लेकिन छूट के बाद इसे 160 रुपये प्रति 250 ग्राम दिया जा रहा है। यानी छूट के बाद भी एक किलोग्राम राख की कीमत ग्राहक को 640 रुपये चुकानी होगी।

ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर, राख को बर्तन धोने के लिए प्रभावी बताया जा रहा है और इसे पौधों के लिए बेहतर उर्वरक भी बताया जा रहा है। इस तरह के उत्पाद बनाने वाली ज्यादातर कंपनियां तमिलनाडु की हैं।

हालांकि, वैज्ञानिकों का कहना है कि राख बर्तन साफ ​​करने में कारगर है क्योंकि इसमें कार्बन होता है। राख केवल बर्तनों में गंदगी और तेल के निशान को साफ कर सकती है, न कि उन्हें चमकाने के लिए। यह सुरक्षित भी है क्योंकि इसमें रसायन मौजूद नहीं है। राख में पोटेशियम होता है इसलिए इसे खेतों में उर्वरक के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।