Vikrant Shekhawat : Jun 22, 2022, 08:10 AM
लखनऊ में हुई बारिश ने मौसम सुहाना कर दिया। मंगलवार दोपहर कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक लखनऊ में 3.9 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे तापमान में पांच डिग्री की गिरावट आई है। सुबह उमस के बीच 37 डिग्री के ऊपर तापमान था, लेकिन बारिश के बाद पारा 37 से लुढ़कर 32 डिग्री हो गया। वहीं मौसम विभाग बता रहा है कि यह क्षणिक है। मानसून की बौछारों और झमाझम बरसात के लिए अभी हफ्ते भर और इंतजार करना पड़ेगा।
मौसम विभाग ने लखनऊ और आसपास के जिलों में भी बरसात होने की सूचना दी है। लखनऊ में 3.9 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। वहीं सबसे अधिक बरसात बहराइच में हुई। यहां 31 मिलीमीटर बरसात हुई। बुधवार को भी बदली और कहीं-कहीं बरसात की संभावना जताई गई है।लखनऊ मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि अगले एक सप्ताह तक अधिकतम तापमान में गिरावट होगी। गुरुवार से लेकर 25 जून तक 37-38 डिग्री सेल्सियस और इसके बाद 27 जून को तापमान में दो-तीन डिग्री सेल्सियस की और गिरावट होगी।महीने भर बाद पड़ी बौछारेंरिमझिम फुहारों के लिए लखनऊ को करीब एक माह का इंतजार करना पड़ा। पिछले माह की 23 तारीख को दिन मौसम ने दो घंटे में ही कई रंग दिखा दिए थे। दिन में बादलों ने इस कदर आसमान को घेर लिया था कि दिन में रात जैसा नजर आने लगा था। लखनऊ में मंगलवार दोपहर को कई इलाकों में तेज बारिश हुई, जिससे उमस भरी गर्मी से राहत मिली।लखनऊ की हवा हुई साफवायु प्रदूषण की गिरफ्त रहने वाले लखनऊ की हवा बदले मौसम के कारण फिलहाल साफ-सुथरी है। पिछले पांच दिनों से लखनऊ की हवा संतोषजनक बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रविवार को जारी हुई रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ का एक्यूआई 77 रहा। यह संतोषजनक स्थिति है। वहीं जिस लालबाग और तालकटोरा की हवा सबसे ज्यादा प्रदूषित रहती थी वहां एक्यूआई 107 से नीचे रहा। इन इलाकों का एक्यूआई 300 के करीब रहता था। मंगलवार को सबसे साफ हवा कुकरैल और उसके आसपास के इलाके की रही। यहां एक्यूआई 52 दर्ज किया। यानी हवा की स्थिति अच्छी रही। वहीं अम्बेडकर विश्वविद्यालय के आसपास का एक्यूआई 56, सेंट्रल स्कूल अलीगंज का एक्यूआई 85 रहा।किसानों को जोरदार बारिश का इंतजारउत्तर प्रदेश में मानसून आ तो गया है। मगर यह अभी बहुत कमजोर है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर अगले चार दिन और मानसून की सक्रियता नहीं बढ़ी तो धान की रोपाई पर असर पड़ने लगेगा। प्रदेश में इस बार 3 लाख 93 हजार हेक्टेयर में धान की नर्सरी लगाई गई है और 59 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई की जाएगी। लखनऊ मण्डल के लखनऊ, उन्नाव आदि जिलों में सर्वाधिक 48 हजार हेक्टेयर में नर्सरी डाली गई मौसम विभाग ने क्या कहाशहर में हुई बारिश ने मौसम सुहाना कर दिया। मंगलवार दोपहर कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक लखनऊ में 3.9 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे तापमान में पांच डिग्री की गिरावट आई है। सुबह उमस के बीच 37 डिग्री के ऊपर तापमान था, लेकिन बारिश के बाद पारा 37 से लुढ़कर 32 डिग्री हो गया। वहीं मौसम विभाग बता रहा है कि यह क्षणिक है। मानसून की बौछारों और झमाझम बरसात के लिए अभी हफ्ते भर और इंतजार करना पड़ेगा।मौसम विभाग ने लखनऊ और आसपास के जिलों में भी बरसात होने की सूचना दी है। लखनऊ में 3.9 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। वहीं सबसे अधिक बरसात बहराइच में हुई। यहां 31 मिलीमीटर बरसात हुई। बुधवार को भी बदली और कहीं-कहीं बरसात की संभावना जताई गई है। लखनऊ मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि अगले एक सप्ताह तक अधिकतम तापमान में गिरावट होगी। गुरुवार से लेकर 25 जून तक 37-38 डिग्री सेल्सियस और इसके बाद 27 जून को तापमान में दो-तीन डिग्री सेल्सियस की और गिरावट होगी।
मौसम विभाग ने लखनऊ और आसपास के जिलों में भी बरसात होने की सूचना दी है। लखनऊ में 3.9 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। वहीं सबसे अधिक बरसात बहराइच में हुई। यहां 31 मिलीमीटर बरसात हुई। बुधवार को भी बदली और कहीं-कहीं बरसात की संभावना जताई गई है।लखनऊ मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि अगले एक सप्ताह तक अधिकतम तापमान में गिरावट होगी। गुरुवार से लेकर 25 जून तक 37-38 डिग्री सेल्सियस और इसके बाद 27 जून को तापमान में दो-तीन डिग्री सेल्सियस की और गिरावट होगी।महीने भर बाद पड़ी बौछारेंरिमझिम फुहारों के लिए लखनऊ को करीब एक माह का इंतजार करना पड़ा। पिछले माह की 23 तारीख को दिन मौसम ने दो घंटे में ही कई रंग दिखा दिए थे। दिन में बादलों ने इस कदर आसमान को घेर लिया था कि दिन में रात जैसा नजर आने लगा था। लखनऊ में मंगलवार दोपहर को कई इलाकों में तेज बारिश हुई, जिससे उमस भरी गर्मी से राहत मिली।लखनऊ की हवा हुई साफवायु प्रदूषण की गिरफ्त रहने वाले लखनऊ की हवा बदले मौसम के कारण फिलहाल साफ-सुथरी है। पिछले पांच दिनों से लखनऊ की हवा संतोषजनक बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रविवार को जारी हुई रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ का एक्यूआई 77 रहा। यह संतोषजनक स्थिति है। वहीं जिस लालबाग और तालकटोरा की हवा सबसे ज्यादा प्रदूषित रहती थी वहां एक्यूआई 107 से नीचे रहा। इन इलाकों का एक्यूआई 300 के करीब रहता था। मंगलवार को सबसे साफ हवा कुकरैल और उसके आसपास के इलाके की रही। यहां एक्यूआई 52 दर्ज किया। यानी हवा की स्थिति अच्छी रही। वहीं अम्बेडकर विश्वविद्यालय के आसपास का एक्यूआई 56, सेंट्रल स्कूल अलीगंज का एक्यूआई 85 रहा।किसानों को जोरदार बारिश का इंतजारउत्तर प्रदेश में मानसून आ तो गया है। मगर यह अभी बहुत कमजोर है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर अगले चार दिन और मानसून की सक्रियता नहीं बढ़ी तो धान की रोपाई पर असर पड़ने लगेगा। प्रदेश में इस बार 3 लाख 93 हजार हेक्टेयर में धान की नर्सरी लगाई गई है और 59 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई की जाएगी। लखनऊ मण्डल के लखनऊ, उन्नाव आदि जिलों में सर्वाधिक 48 हजार हेक्टेयर में नर्सरी डाली गई मौसम विभाग ने क्या कहाशहर में हुई बारिश ने मौसम सुहाना कर दिया। मंगलवार दोपहर कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक लखनऊ में 3.9 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे तापमान में पांच डिग्री की गिरावट आई है। सुबह उमस के बीच 37 डिग्री के ऊपर तापमान था, लेकिन बारिश के बाद पारा 37 से लुढ़कर 32 डिग्री हो गया। वहीं मौसम विभाग बता रहा है कि यह क्षणिक है। मानसून की बौछारों और झमाझम बरसात के लिए अभी हफ्ते भर और इंतजार करना पड़ेगा।मौसम विभाग ने लखनऊ और आसपास के जिलों में भी बरसात होने की सूचना दी है। लखनऊ में 3.9 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। वहीं सबसे अधिक बरसात बहराइच में हुई। यहां 31 मिलीमीटर बरसात हुई। बुधवार को भी बदली और कहीं-कहीं बरसात की संभावना जताई गई है। लखनऊ मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि अगले एक सप्ताह तक अधिकतम तापमान में गिरावट होगी। गुरुवार से लेकर 25 जून तक 37-38 डिग्री सेल्सियस और इसके बाद 27 जून को तापमान में दो-तीन डिग्री सेल्सियस की और गिरावट होगी।