Vikrant Shekhawat : Apr 05, 2021, 09:15 AM
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शनिवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 24 जवान शहीद हो गए। शहीदों में DRG के 8, STF के 6, कोबरा बटालियन के 9 और बस्तर बटालियन का एक जवान शामिल हैं। लेकिन ये जानने वाली बात है कि नक्सलियों के लिए ये हमला इतना आसान कैसे था। यहां हम आपको बता रहे हैं कि किस तरह नक्सलियों ने जाल बिछाकर सुरक्षाबलों पर हमला किया। "यू-टाइप" हमले में फंसाया फोर्स कोसुरक्षाबलों के पास इनपुट था कि इलाके में नक्सलियों का टॉप कमांडर है इसलिए यह ऑपरेशन चलाया गया। लेकिन नक्सली पहले से तैयारी मेें थे और उन्होंने इसके लिए 'U-शेप' जाल बिछाया हुआ थाा। दरअसल, सिलगेर के जंगल में जोनागुड़ा के पास सीआरपीएफ की कोबरा, बस्तरिया बटालियन, डीआरजी और एसटीएफ के करीब 2000 जवान पिछले दो दिनों से अलग-अलग ऑपरेशन पर निकले हुए थे। शनिवार सुबह जब फोर्स को सूचना मिली कि जोनागुड़ा के पास नक्सलियों का जमावड़ा है तो वे सतर्क हो गए। इसके अलावा पहले भी यहां सैटेलाइट तस्वीरों में कुछ हलचल दिखाई दे रही थी। ऐसे में ये सूचना फोर्स के पास आई तो जोनागुड़ा की बढ़ने का प्लान किया गया। इसके बाद सभी तरह की फोर्स, जो उस समय आसपास के जंगलों में सर्चिंग कर रही थी, उसे मैसेज दिन जाने लगे कि वो जोनागुड़ा की ओर बढ़ें।गुरिल्ला वार जोन घात लगाकर बैठे थे नक्सली विशेषज्ञौं का कहना है कि जोनागुड़ा का एक इलाका गुरिल्ला वॉर जोन के अंतर्गत आता है। इसमें गुरिल्ला वॉर अर्थात छिपकर हमले की रणनीति ही कारगर होती है। यहां कभी भी एक साथ फोर्स नहीं जाती, छोटी-छोटी टुकड़ियों में जाती है। लेकिन चूंकि सभी फोर्स को इनपुट मिल रहे थे कि नक्सली यहां है, ऐसे में एक के बाद एक फोर्स की टुकड़ियां यहां पहुंचती रहीं। वहीं पहले से U शेप में घात लगाकर बैठे नक्सली इसी इंतजार में थे। फोर्स जैसे ही इस जोन में बड़ी संख्या में घुसी, वह एंबुश में फंस गई। नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। ये मुठभेड़ करीब 5 घंटे चली। नक्सली ऊपरी इलाकों में थे और फोर्स के एंट्रेंस पर नजर रखे हुए थे, लिहाजा उन्होंने फौज का बड़ा नुकसान पहुंचाया।शहीद जवानों को श्रद्धांजलि आजशहीद जवानों को आज सुबह 10 बजे जगदलपुर पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि दी जाएगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कई मंत्री इसमें शामिल होंगे। जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री सुबह 8:30 बजे जगदलपुर पहुंचेंगे, जिसके बाद वे सुबह 10 बजे पुलिस लाइन में बीजापुर नक्सल हमले के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देंगे। श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद शहीदों के शवों को गृह ग्राम के लिए रवाना किया जाएगा।