रामपुर / बुजुर्ग महिला ने कहा- साहब मैं जिंदा हूं और विधवा हूं, मेरी पेंशन नही दे रहे, दिलवा दीजिए

रामपुर की कोतवाली मिलक तहसील के मोहल्ला असद उल्लाहपुर की रहने वाली पुनिया देवी और उन्होंने कहा, "सर, मैं ज़िंदा हूँ और एक विधवा हूँ।" लेकिन लेखपाल ने मुझे मरा हुआ दिखाया है। जिसके कारण मेरी पेंशन भी रुक गई है, मुझे मेरी पेंशन दे दो। जब विधवा पुनिया देवी ने जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह को अपनी पीड़ा सुनाई, तो वे भी यह देखकर हैरान रह गईं और उन्होंने तुरंत जांच के आदेश दिए और लेखपाल को निलंबित कर दिया।

Vikrant Shekhawat : Jan 22, 2021, 07:25 AM
UP: रामपुर की कोतवाली मिलक तहसील के मोहल्ला असद उल्लाहपुर की रहने वाली पुनिया देवी और उन्होंने कहा, "सर, मैं ज़िंदा हूँ और एक विधवा हूँ।" लेकिन लेखपाल ने मुझे मरा हुआ दिखाया है। जिसके कारण मेरी पेंशन भी रुक गई है, मुझे मेरी पेंशन दे दो। जब विधवा पुनिया देवी ने जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह को अपनी पीड़ा सुनाई, तो वे भी यह देखकर हैरान रह गईं और उन्होंने तुरंत जांच के आदेश दिए और लेखपाल को निलंबित कर दिया।

इस मामले पर, जिला मजिस्ट्रेट अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि समधन दिवस पर मंगलवार को तहसील दिवस पर उपस्थित एक 75 वर्षीय महिला ने कहा कि मैं जीवित हूं और मेरी विधवा पेंशन उसे मृत दिखा कर बंद कर दी गई है। जिसके बाद जिलाधिकारी ने इस मामले में सत्यापन करने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया।जिला मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद, बुधवार को एक जांच आयोजित की गई थी, जिसने बुजुर्ग महिला को मृत घोषित कर दिया था। जांच के बाद, जिला कलेक्टर अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि मिलक में तैनात लेखपाल राम प्रसाद को इस मामले में निलंबित कर दिया गया है, जिनकी वर्तमान तैनाती टांडा में है।

बता दें, लेखपाल ने 2019 में बुजुर्ग महिला को मृत घोषित कर दिया था। जिसके कारण उनकी पेंशन लगभग डेढ़ साल तक बंद रही। बुजुर्ग महिला जिलाधिकारी से मिलने से पहले कई अधिकारियों से मिल चुकी थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

मामला सामने आने के बाद स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया और मामले की गंभीरता को देखते हुए चेतावनी जारी की गई। महिला की पेंशन को बहाल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जब से उसकी पेंशन बंद हो गई है, पूरी राशि उसके खाते में जमा की जाएगी। कलेक्टर की इस कार्रवाई से बुजुर्ग महिलाएं बहुत खुश हैं।