Donald Trump News / 'Kissing my a..',जो देश अमेरिका से डील चाहते हैं उनपर ट्रंप ये क्या कह गए

टैरिफ वार के बीच ट्रंप ने कहा, कई देश अमेरिका के सामने सरेंडर को तैयार हैं। उन्होंने वियतनाम, जापान, बांग्लादेश और ताइवान का जिक्र किया। इटली, इजराइल भी नरम रुख अपना रहे हैं। ट्रंप बोले- टैरिफ से अमेरिका अमीर बनेगा, दुनिया के बाजारों में मचा हड़कंप।

Donald Trump News: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपने विवादित बयानों से वैश्विक राजनीति में हलचल मचा दी है। एक हालिया कार्यक्रम में ट्रंप ने कहा कि जब से उन्होंने टैरिफ (शुल्क) लगाने की घोषणा की है, दुनिया के कई देशों के नेता "Kissing My A.." में लगे हैं। कैंब्रिज डिक्शनरी के मुताबिक, इस वाक्यांश का अर्थ होता है कि लोग अपनी इच्छाओं को दरकिनार कर किसी और की मर्जी के मुताबिक काम कर रहे हैं।

टैरिफ की धमकी और ट्रंप की हुंकार

डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि टैरिफ की घोषणा के बाद कई देश अमेरिका के सामने झुकने को मजबूर हो गए हैं। उन्होंने वियतनाम का उदाहरण देते हुए कहा, "पहले वो माहौल बना रहा था, लेकिन टैरिफ की घोषणा होते ही उसने खुद को नॉर्मल कर लिया।" ट्रंप ने आगे कहा कि वे और भी देशों को देख रहे हैं जो "सरेंडर के मोड" में हैं, लेकिन उन्होंने किसी का नाम नहीं बताया।

बांग्लादेश, वियतनाम और जापान ने दिखाई लचीलापन

अब तक सार्वजनिक तौर पर बांग्लादेश, वियतनाम और जापान उन देशों की सूची में शामिल हैं जिन्होंने अमेरिका से टैरिफ में राहत की गुहार लगाई है। बांग्लादेश के चीफ एडवाइजर यूनुस ने तो ट्रंप को सीधे पत्र लिखते हुए कहा है कि "हम उन सभी शर्तों को मान लेंगे, जो अमेरिका के राष्ट्रपति चाहते हैं। बस हम पर टैरिफ मत लगाइए।"

जापान ने भी इसी तरह टैरिफ को लेकर छूट देने की बात कही है। ताइवान ने भी अपने रुख में नरमी दिखाई है। इसी बीच खबर है कि इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी भी अमेरिका का दौरा करने की तैयारी में हैं। मेलोनी ट्रंप के टैरिफ प्लान की तारीफ कर चुकी हैं और वह अपने देश को टैरिफ से छूट दिलाने के प्रयास में लगी हैं। वहीं इजराइल ने भी टैरिफ को लेकर संयमित और नरम रुख अपनाया है।

दुनिया भर के बाजारों में मची अफरातफरी

ट्रंप की टैरिफ नीति का असर केवल राजनीतिक गलियारों में ही नहीं, बल्कि वैश्विक बाजारों में भी देखने को मिला है। भारत में सेंसेक्स बुधवार को 250 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि निफ्टी भी कमजोर स्थिति में नजर आया। विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप जानबूझकर टैरिफ के जरिए वैश्विक बाजारों पर दबाव बना रहे हैं।

"टैरिफ से अमेरिका बनेगा अमीर"

ट्रंप का कहना है कि टैरिफ से अमेरिका को फायदा होगा। उनका तर्क है कि जब अन्य देश अमेरिकी बाजार तक पहुंचने के लिए अधिक भुगतान करेंगे, तो इससे अमेरिका की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। “हम टैरिफ से अमीर हो जाएंगे,” ट्रंप ने जोर देकर कहा।

ट्रंप की नीति या वैश्विक दबाव का खेल?

टैरिफ वार के बीच ट्रंप का आक्रामक रुख और देशों का झुकाव यह दर्शाता है कि अमेरिका की आर्थिक नीतियों का असर कितना गहरा है। जहां एक ओर यह ट्रंप के लिए एक कूटनीतिक जीत के रूप में देखा जा सकता है, वहीं दूसरी ओर सवाल ये भी उठते हैं कि क्या यह सब वैश्विक व्यापार तंत्र के लिए खतरे की घंटी नहीं है?