- भारत,
- 27-Apr-2025 01:14 PM IST
Pahalgam Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले को पांच दिन गुजर चुके हैं, लेकिन पाकिस्तान का डर अभी भी कम नहीं हुआ है। यह डर उसके भीतरू कदमों में साफ झलक रहा है। एक तरफ कराची जैसे बड़े शहर में धारा-144 लागू कर दी गई है, तो दूसरी ओर इस्लामाबाद में राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व लगातार उच्च स्तरीय बैठकें कर रहा है।
हरकत में आया पाकिस्तान, विदेश मंत्री ने रद्द की बांग्लादेश यात्रा
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार की बेचैनी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपनी निर्धारित बांग्लादेश यात्रा तक रद्द कर दी है। डार रोजाना दो से तीन बैठकें कर रहे हैं, जिनमें क्षेत्रीय तनाव को लेकर रणनीति तैयार की जा रही है। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर भी अलग-अलग समीक्षात्मक बैठकें कर रहे हैं, ताकि किसी संभावित भारतीय कार्रवाई के लिए तैयार रहा जा सके।
कराची में धारा-144, सुरक्षा के नाम पर सख्त कदम
एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कराची के पुलिस कमिश्नर ने अगले तीन महीनों के लिए धारा-144 लागू करने का आदेश दिया है। इसका उद्देश्य भीड़भाड़ को नियंत्रित करना और किसी अप्रत्याशित हालात से निपटना है। कराची पाकिस्तान की वित्तीय राजधानी है, जहां से पूरे देश की आर्थिक नब्ज संचालित होती है। सुरक्षा एजेंसियों को डर है कि यदि कोई बड़ा तनाव बढ़ता है, तो उसका सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।
मुस्लिम देशों से समर्थन जुटाने की कोशिश
पाकिस्तान ने हालात सामान्य करने के लिए मुस्लिम देशों की शरण ली है। विदेश मंत्री इशाक डार ने सऊदी अरब, कतर, ईरान और तुर्की के विदेश मंत्रियों से संपर्क साधा है। पाकिस्तान इन देशों से भारत पर कूटनीतिक दबाव बनाने की गुहार लगा रहा है।
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भी स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि भारत को भेजे गए संदेशों का कोई जवाब नहीं मिल रहा है। इससे पाकिस्तान की बेचैनी और बढ़ गई है।
अमेरिका और ईरान से भी हस्तक्षेप की मांग
पाकिस्तान ने अमेरिका और ईरान जैसे शक्तिशाली देशों से भी मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है। पाकिस्तान का दावा है कि अगर भारत ने बातचीत के लिए पहल नहीं की, तो हालात और भी गंभीर हो सकते हैं।
सर्जिकल स्ट्राइक का डर, इतिहास से सबक
भारत के पिछले कदमों को देखते हुए पाकिस्तान का डर और भी वाजिब नजर आता है। 2016 में उरी हमले के 11 दिन बाद और 2019 में पुलवामा हमले के 12 दिन बाद भारत ने पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद को जड़ से मिटाने की सार्वजनिक प्रतिज्ञा ली है, जो पाकिस्तान के भीतर दहशत फैला रही है।
अतीत के अनुभवों को देखते हुए पाकिस्तान को भय है कि भारत फिर से निर्णायक कार्रवाई कर सकता है — और वह भी बिना किसी चेतावनी के।