मिसाल / CM योगी के शहर में चलेगा IAS दंपति का राज, घर भी चलाएंगे, गोरखपुर भी संभालेंगे

अब शहर के दो प्रमुख विभाग व प्राधिकरण को आईएएस दंपती चलाएंगे। वो हैं आपके गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) के उपाध्यक्ष अनुज सिंह और उनकी पत्नी व गोरखपुर की नई मुख्य विकास अधिकारी हर्षिता माथुर। अनुज को जीडीए के कामकाज को रफ्तार देने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है तो उनकी पत्नी को ग्रामीण विकास की योजनाओं को तेजी से धरातल पर उतारना है।

AMAR UJALA : Jan 02, 2020, 03:41 PM
गोरखपुर | अब शहर के दो प्रमुख विभाग व प्राधिकरण को आईएएस दंपती चलाएंगे। वो हैं आपके गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) के उपाध्यक्ष अनुज सिंह और उनकी पत्नी व गोरखपुर की नई मुख्य विकास अधिकारी हर्षिता माथुर। अनुज को जीडीए के कामकाज को रफ्तार देने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है तो उनकी पत्नी को ग्रामीण विकास की योजनाओं को तेजी से धरातल पर उतारना है।

अनुज अभी तक गोरखपुर में मुख्य विकास अधिकारी थे तो हर्षिता सिद्धार्थनगर की मुख्य विकास अधिकारी। आईएएस दंपती को बुधवार को नई जिम्मेदारी मिली है। जीडीए उपाध्यक्ष अनुज सिंह और उनकी पत्नी हर्षिता माथुर 2013 बैच के आईएएस हैं। अनुज बिहार के तो हर्षिता मध्य प्रदेश की रहने वाली हैं। आईएएस में सेलेक्शन के बाद दोनों की मुलाकात ट्रेनिंग के दौरान मसूरी में हुई थी। दोनों ने एक दूसरे को पसंद किया और करीब आए।

ट्रेनिंग के बाद आईएएस का यूपी कैडर मिला, फिर अलग-अलग जिलों में उन्हें ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में तैनाती मिल गई। 2017 में परिवार की सहमति ली, फिर एक दूसरे से विवाह बंधन में बंध गए। तमाम व्यस्तता के बाद भी जिस कुशलता सेे आईएएस दंपती अपनी सरकारी और पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं, उससे अच्छे नतीजे की उम्मीद की जा रही है। आईएएस दंपती का दावा है कि जिले में एक साथ पोस्टिंग से बेहतर रिजल्ट मिलेंगे। अलग-अलग जिलों में तैनाती से कुछ पारिवारिक दिक्कतें आती हैं। अब ऐसा नहीं होगा। नए साल में नई ऊर्जा से काम करेंगे और राज्य सरकार की विकास योजनाओं को धरातल पर उतारेंगे। 

आईएएस दंपती की पर्सनल प्रोफाइल...

नाम: अनुज सिंह

वर्तमान तैनाती: उपाध्यक्ष जीडीए

कैडर- यूपी

आईएएस की रैंक- 74वीं

शिक्षा- आईआईटी दिल्ली से बीटेक (केमिकल इंजीनियरिंग)

पिता- सुरेंद्र सिंह (कारोबारी)

माता- मंजू सिंह

निवासी- बिहार के सारण जिला

अब तक की तैनाती:  बलिया से प्रशिक्षण, फिर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट बांदा और बिजनौर, मुख्य विकास अधिकारी गोरखपुर।

चुनौतियां: मानचित्र के 286 मामले फंसे हैं। जीडीए के सीमा विस्तार, आवासीय व व्यावसायिक योजनाओं की गुणवत्ता को बेहतर बनाना, प्राधिकरण की आय बढ़ाना, मानबेला और खोराबार में बन रहे प्रधानमंत्री आवासों का निर्माण तेजी से पूरा कराना, लखनऊ की तर्ज पर इंटरनेशनल स्टेडियम का निर्माण और वाटर पार्क के विवाद का निपटारा करना ।  

नाम- हर्षिता माथुर

वर्तमान तैनाती- मुख्य विकास अधिकारी गोरखपुर

कैडर- यूपी

आईएएस की रैंक- 112वीं

शिक्षा- नेशनल लॉ कॉलेज भोपाल से लॉ ग्रेजुएट

पिता- पीआर माथुर (मध्य प्रदेश कैडर के आईपीएस)

माता- शकुंतला माथुर

निवासी- मध्य प्रदेश

अब तक की तैनाती: प्रयागराज से प्रशिक्षण, फिर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट मुरादाबाद और मेरठ रहीं, सीईओ गीडा, मुख्य विकास अधिकारी बस्ती और मुख्य विकास अधिकारी सिद्धार्थनगर।

चुनौतियां: ग्रामीण विकास की योजनाओं को तेजी से धरातल पर उतारना, शौचालयों के अधूरे निर्माण को पूरा कराना, ग्रामीण पीएम आवास का निर्माण समय से कराकर उनका आवंटन कराना, विकास योजनाओं की गुणवत्ता को बेहतर बनाना और 2020 में ही ग्राम पंचायत का चुनाव कराना।