Vikrant Shekhawat : Dec 17, 2020, 07:25 AM
मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां एक बंदर की मौत पर पूरा गांव रो पड़ा। उनकी अंतिम यात्रा ऐसे निकली जैसे गाँव के किसी व्यक्ति का निधन हो गया हो। लोग घर-घर जाकर रो रहे थे और डीजे पर रामधुन के साथ बंदर की अंतिम यात्रा निकाली गई। दरअसल, यह मामला राजगढ़ के राजपुरा का है। यहां एक बंदर की दुर्घटनावश मौत हो गई, यह बंदर यहां गांव में घूमता था, जिसके कारण लोग बंदर से जुड़ गए। उनकी मृत्यु पर, गाँव के लोगों ने उन्हें परिवार के सदस्य की तरह विदाई दी।
बंदर के हिंदू रिवाज के माध्यम से शव यात्रा निकाली गई। अंतिम यात्रा में रामधुन को डीजे के साथ बजाया गया, जिसमें 'रघुपति राघव राजा राम सबको सनमती दे भगवान' जैसे गीत शामिल थे। इस यात्रा में गाँव के लगभग सभी लोगों ने भाग लिया।यही नहीं, इस यात्रा में पुरुषों के साथ बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी हिस्सा लिया, जो यात्रा का अनुसरण कर रही थीं। गाँव के कुछ लोग डीजे बजाने घूम रहे थे। राजपुरा गाँव में एक बड़ा मंदिर भी है जिसमें गाँव के सभी लोग एक साथ पूजा करते हैं।इस मंदिर में कई धार्मिक आयोजन होते हैं। लोगों का कहना है कि यह गांव बहुत धार्मिक है। यही कारण है कि बंदर की मौत को कहीं न कहीं धार्मिक प्रथाओं से जोड़ते हुए, गांव के सभी लोगों ने उसकी अंतिम यात्रा में भाग लिया।
बंदर के हिंदू रिवाज के माध्यम से शव यात्रा निकाली गई। अंतिम यात्रा में रामधुन को डीजे के साथ बजाया गया, जिसमें 'रघुपति राघव राजा राम सबको सनमती दे भगवान' जैसे गीत शामिल थे। इस यात्रा में गाँव के लगभग सभी लोगों ने भाग लिया।यही नहीं, इस यात्रा में पुरुषों के साथ बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी हिस्सा लिया, जो यात्रा का अनुसरण कर रही थीं। गाँव के कुछ लोग डीजे बजाने घूम रहे थे। राजपुरा गाँव में एक बड़ा मंदिर भी है जिसमें गाँव के सभी लोग एक साथ पूजा करते हैं।इस मंदिर में कई धार्मिक आयोजन होते हैं। लोगों का कहना है कि यह गांव बहुत धार्मिक है। यही कारण है कि बंदर की मौत को कहीं न कहीं धार्मिक प्रथाओं से जोड़ते हुए, गांव के सभी लोगों ने उसकी अंतिम यात्रा में भाग लिया।