कोरोना वायरस / कोविड-19 की तीसरी लहर आ रही है नहीं, आ गई है: मुंबई की मेयर

मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने एक सवाल के जवाब में कहा है, "कोविड-19 की तीसरी लहर आ रही है नहीं, आ गई है। नागपुर में तो ऐलान किया गया है...तो मुझे लगता है कि सभी को संभलना चाहिए।" वहीं, पेडनेकर ने मुंबई में लोगों से गणेश चतुर्थी के दौरान इधर-उधर ना घूमने और मास्क लगाने का आग्रह किया है।

Maharashtra Lockdown Latest Update: कोरोना की दूसरी लहर के बाद देश में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है. कोरोना की दूसरी लहर से सबसे ज्यादा बेहाल महाराष्ट्र में तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है. उद्धव सरकार के मंत्री नितिन राऊत ने कहा कि जिस तरह से नागपुर में कोरोना के मामले दोगुनी रफ्तार से सामने आ रहे हैं. यह कहा जा सकता है कि नागपुर में कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है. ऐसे में हमें काफी सावधान रहने की जरूरत है. उधर, मुंबई की मेयर ने भी शहर में तीसरी लहर के आने की बात की है.

न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा, ‘कोरोना की दूसरी लहर से हमें बहुत कुछ सीखने को मिला है. गणेश उत्सव पर मैं कहीं भी नहीं जाने वाली हूं, क्योंकि तीसरी लहर आ नहीं रही है आ गई है. पाबंदियां लगाने का हक तो राज्य सरकार को है. जरूरी होगा तो मुख्यमंत्री निर्णय लेंगे. लोगों से विनती है कि खुद को संभालें.

उधर, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Rajesh Tope) का भी बयान सामने आया है. राजेश टोपे के हवाले से न्यूज एजेंसी ANI ने कहा, ‘केरल में ओणम त्योहार के दौरान भीड़ की वजह से कोविड के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ था. इसे देखते हुए राज्य सरकार गणेश विसर्जन के लिए तैयारियां कर रही हैं और लोगों से भी अपील करती है कि कोविड दिशा निर्देशों का पालन करें.

टोपे ने कहा कि भीड़ जमा होने से संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ जाती है. अन्य राज्यों में ऐसा देखा गया है.

एक दिन पहले उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘हम बाद में पर्व मना सकते हैं. हम अपने नागरिकों की जिंदगी और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें. दैनिक मामलों में वृद्धि के मद्देनजर हालात नियंत्रण से बाहर जा सकते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘कौन पर्व मनाने और धार्मिक कार्यक्रमों पर रोक लगाना चाहेगा? लेकिन लोगों की जिंदगी अहम है.’

मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले त्योहारों के समय अहम और चुनौतीपूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी राजनीतिक दलों की है कि स्थिति नियंत्रण से बाहर नहीं जाए. ठाकरे ने कहा, ‘कोविड-19 की तीसरी लहर आपके दरवाजे पर खड़ी है. केरल में रोजाना 30 हजार मामले आ रहे हैं. यह खतरनाक संकेत हैं और अगर हमने इसे गंभीरता से नहीं लिया तो महाराष्ट्र को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.