Vikrant Shekhawat : Oct 22, 2020, 09:13 AM
नई दिल्ली.आज भी दिल्ली में 'बाबा का ढाबा' बहुत प्रसिद्ध है, लेकिन कुछ दिनों पहले तक कोई उन्हें नहीं जानता था। बाबा अपने द्वारा तैयार किए गए पूरे भोजन को बेच भी नहीं सकते थे, लेकिन सोशल मीडिया पर एक पोस्ट ने उनकी किस्मत बदल दी। बाबा का ढाबा सिर्फ एक कहानी नहीं है, बल्कि हमारे देश में कई ऐसी कहानियां हैं, जो अपने दैनिक जीवन को पारित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, लेकिन उन्हें इसके परिणाम नहीं मिल रहे हैं।
कुछ ऐसी ही कहानी है अम्मा-बाबा की, जिन्होंने द्वारका सेक्टर -13 के पास एक चाय की दुकान लगाई। 70 साल के बुजुर्ग दंपति सड़क किनारे चाय बेचने को मजबूर हैं। दंपति की कहानी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर @foodyvishal नाम के यूजर ने शेयर किया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि बुजुर्ग व्यक्ति न तो ठीक से उठ पा रहा है और न ही पूरी तरह बैठ सकता है। अपनी कहानी सुनाते हुए, बुजुर्ग दंपति का कहना है कि बेटे ने नशे में धुत्त होकर सब कुछ बर्बाद कर दिया। बेटे और जमाई ने उसे पीटा और उसकी पीठ और हाथ तोड़ दिए, जो शायद फिर से ठीक न हो। देखें वीडियो ...बेटे ने उन्हें घर से बाहर निकाल दिया, लेकिन उनकी बेटी ने उन्हें चाय की दुकान लगाने में मदद की। ताकि वे लोग किसी तरह बच सकें। बुजुर्ग दंपति का कहना है कि पहले वे चाय की दुकान से गुजारा करते थे, लेकिन महामारी के इस दौर में ग्राहक नहीं आ रहे हैं। ग्राहकों की अनुपस्थिति के कारण, बिक्री बहुत कम है, इसलिए पैसा खर्च करना मुश्किल है, भले ही इसे खर्च करना हो। इस बुजुर्ग दंपति का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।