Bigg Boss 14 / इस कंटेस्टेंट को मिली खुली धमकी, MNS ने कहा अगर नही मांगी माफी तो कर देगे शो को बंद

मंगलवार के एपिसोड में, जॉन कुमार ने कहा था कि उन्हें मराठी भाषा से चिढ़ है, इसलिए उनसे हिंदी भाषा में ही बात की जानी चाहिए। अब जो बयान बिग बॉस के घर में विवाद का विषय नहीं बने, उस बयान पर देश में राजनीति जमकर शुरू हो गई है। राजठाकरे की पार्टी एमएनएस की ओर से जन कुमार के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी गई है।

Vikrant Shekhawat : Oct 28, 2020, 03:22 PM
MH: देश के सबसे बड़े रियलिटी शो बिग बॉस का विवादों से पुराना नाता है। इस रियलिटी शो को कई मौकों पर प्रतिबंधित करने की मांग भी उठाई गई है। अब इस सीजन को लेकर जबरदस्त हंगामा भी शुरू हो गया है। मराठी भाषा को लेकर बिग बॉस को बंद करने की मांग हो रही है। एक प्रतियोगी को खुलेआम धमकी भी दी जा रही है।

जन कुमार का मराठी भाषा को लेकर विवादित बयान

दरअसल, मंगलवार के एपिसोड में, जॉन कुमार ने कहा था कि उन्हें मराठी भाषा से चिढ़ है, इसलिए उनसे हिंदी भाषा में ही बात की जानी चाहिए। अब जो बयान बिग बॉस के घर में विवाद का विषय नहीं बने, उस बयान पर देश में राजनीति जमकर शुरू हो गई है। राजठाकरे की पार्टी एमएनएस की ओर से जन कुमार के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी गई है। एमएनएस की ओर से फिल्म विभाग के अध्यक्ष अमेय खोपकर ने जॉन कुमार को खुलेआम धमकी दी है। उन्हें एक कीड़ा कहा गया है, यह कहा गया है कि अब वे यहां काम नहीं कर पाएंगे। कई ट्वीट अमय ने किए हैं। एक ट्वीट में वे कह रहे हैं- अगर जन कुमार सानू 24 घंटे में माफी नहीं मांगते हैं, तो बिग बॉस शो की शूटिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी और जान सानू को कैसे काम मिलेगा, हम इसे आगे देखेंगे।

MNS की जान को खुला खतरा

वहीं, अमय ने भी एक और ट्वीट कर जन कुमार को पीटने की धमकी दी है। ट्वीट में लिखा है- मैं देख रहा हूं कि मुंबई में रहकर आपका करियर कैसा बना है। बहुत जल्द आप भी चिढ़ जाएंगे। हम मराठी आपको हरा देंगे। वहीं, अमय ने यह भी कहा है कि इस तरह के बयानों के कारण इन गद्दारों का असली चेहरा सामने आता है। क्योंकि सोशल मीडिया पर मराठी भाषा पर हंगामा मचा हुआ है, उन्हें जॉन कुमार का समर्थन नहीं करने के लिए बुरी तरह से ट्रोल किया जा रहा है। गृह मंत्री अनिल देशमुख ने भी इस विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि किसी भी मनुष्य को उसकी भाषा में बोलने से नहीं रोका जा सकता है।