US Tariff War / अरबपति भी टैरिफ अटैक से हिल गए, दूसरे दिन भी हुआ अरबों का नुकसान

डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ अटैक से दुनियाभर के बाजारों में भारी गिरावट आई है। एलन मस्क, जेफ बेजोस, मार्क जुकरबर्ग, और मुकेश अंबानी जैसे टॉप अरबपतियों की दौलत में भारी नुकसान हुआ है। ब्लूमबर्ग के अनुसार, अमीरों को औसतन 3.3% का घाटा हुआ है।

US Tariff War: डोनाल्ड ट्रंप के टैक्स अटैक ने दुनियाभर के बाजारों को हिला कर रख दिया है। इस टैरिफ अटैक की चपेट में न सिर्फ ग्लोबल स्टॉक्स आए हैं, बल्कि दुनिया के सबसे अमीर अरबपति भी इसका शिकार हो गए हैं। टैक्स बढ़ोतरी की ट्रंप की घोषणा ने इन्वेस्टर्स का भरोसा डगमगाया है, जिससे वैश्विक बाजारों में भारी गिरावट देखी गई।

क्या है ट्रंप का टैरिफ अटैक?

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ खास उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ाने की घोषणा की है, खासतौर पर चीन और यूरोपीय संघ से आने वाले सामानों पर। उन्होंने संकेत दिया कि अगर वे सत्ता में लौटते हैं, तो वे "मेड इन USA" को बढ़ावा देने के लिए विदेशी उत्पादों पर 10 से 60 फीसदी तक का टैक्स लगा सकते हैं। यह बयान सामने आते ही वैश्विक बाजारों में खलबली मच गई।

अरबपतियों को लगा तगड़ा झटका

ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, टैरिफ अटैक के चलते दुनिया के टॉप 500 अमीरों की सामूहिक संपत्ति में एक ही दिन में 140 अरब डॉलर से ज्यादा की गिरावट हुई। 13 साल में यह चौथा मौका है जब एक दिन में इतनी बड़ी संपत्ति का नुकसान दर्ज किया गया है।

टॉप 20 अमीरों का ग्राफ गिरा

ब्लूमबर्ग के डाटा के मुताबिक, हर टॉप अरबपति की औसतन नेटवर्थ 3.3% तक घट गई है। इससे पहले कोरोना काल में ऐसी स्थिति देखी गई थी। इस बार झटका और भी ज्यादा तीखा है क्योंकि नुकसान लगभग हर सेक्टर और हर रिजन में दर्ज किया गया है।

किसे कितना नुकसान हुआ?

  • एलन मस्क: टेस्ला और एक्स (पूर्व ट्विटर) के CEO मस्क को इस टैरिफ अटैक का सबसे बड़ा झटका लगा है। उनकी संपत्ति 19.9 अरब डॉलर घट गई।

  • मार्क जुकरबर्ग: मेटा के शेयरों में भारी गिरावट के चलते जुकरबर्ग की दौलत 9.44 अरब डॉलर कम हो गई।

  • जेफ बेजोस: अमेजन के शेयर 9% टूटे, जिससे बेजोस को 7.59 अरब डॉलर का नुकसान हुआ।

  • वॉरेन बफे और लैरी एलिसन: दोनों को मिलाकर करीब 11 अरब डॉलर की चपत लगी।

  • बर्नार्ड अरनॉल्ट: यूरोपीय यूनियन द्वारा प्रस्तावित 20% टैक्स के चलते LVMH के चेयरमैन को 6 अरब डॉलर का नुकसान हुआ।

  • झांग कोंगयुआन (हुआली इंडस्ट्रियल ग्रुप): चीन से आने वाले सामान पर ट्रंप द्वारा 34% टैक्स की घोषणा के बाद इनकी संपत्ति में 1.2 अरब डॉलर की गिरावट आई।

  • मुकेश अंबानी: रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में दबाव के चलते उनकी संपत्ति में 3 अरब डॉलर की गिरावट दर्ज की गई।

ग्लोबल इकोनॉमी को क्या खतरा?

ट्रंप की नीतियों का असर सिर्फ शेयर बाजार तक सीमित नहीं है। ग्लोबल ट्रेड, सप्लाई चेन और निवेश के वातावरण पर इसका व्यापक असर हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ये टैरिफ नीतियां लागू हुईं तो वैश्विक मंदी की आशंका और तेज हो सकती है।