Vikrant Shekhawat : Oct 05, 2020, 03:54 PM
नई दिल्ली। हार्वे जे. अल्टर, माइकल ह्यूटन और चार्ल्स एम. राइस को फिजियोलॉजी या मेडिसिन टू फिजिक्स एंड मेडिसिन में संयुक्त रूप से 2020 का नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा। गई है। यह पुरस्कार हेपेटाइटिस सी वायरस की खोज में उनके योगदान के लिए दिया जा रहा है। इन तीनों वैज्ञानिकों ने मौलिक खोजों के माध्यम से हेपेटाइटिस सी नामक एक उपन्यास वायरस की पहचान की।पुरस्कृत निकाय का कहना है कि इस वर्ष का नोबेल पुरस्कार उन तीन वैज्ञानिकों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने रक्त-जनित हेपेटाइटिस के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक योगदान दिया है, जो एक प्रमुख वैश्विक स्वास्थ्य समस्या है जो दुनिया भर के लोगों में सिरोसिस और बीमारी का कारण बनती है। लिवर कैंसर का कारण बनता है।
हार्वे जे। अल्टार द्वारा आधान संबंधी हेपेटाइटिस के पद्धतिगत अध्ययन से पता चला है कि एक अज्ञात वायरस क्रोनिक हेपेटाइटिस का एक सामान्य कारण था।
अपने काम से पहले, हेपेटाइटिस ए और बी वायरस की खोज में काफी बदलाव आया था, लेकिन अधिकांश रक्त-जनित हेपेटाइटिस के मामले अस्पष्ट थे। हेपेटाइटिस सी वायरस की खोज ने क्रोनिक हेपेटाइटिस के शेष मामलों के कारण का पता लगाया और रक्त परीक्षण और नई दवाओं को संभव बनाया जिसने लाखों लोगों की जान बचाई है।