ABP News : Jul 01, 2020, 11:11 PM
नई दिल्ली: चीन के साथ गलवान घाटी में हुई हिसंक झड़प के बाद से ही भारत और चीन के बीच तनातनी बनी हुई है। इसी बीच सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने चीन के 59 एप्स को भारत में बैन कर दिया। अब इसको लेकर चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि चीन को इससे भारी नुकसान होगा।ग्लोबल टाइम्स ने ट्वीट किया है कि पिछले महीने भारत और चीनी सैनिकों के बीच घातक सीमा झड़प के बाद भारत सरकार ने Tik Tok सहित 59 चीनी एप्स पर प्रतिबंध लगा दिया। इस फैसले से चीनी इंटरनेट कंपनी ByteDance जो Tik Tok की भी मदर कंपनी है उसको 6 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है।बता दें कि मोदी सरकार ने चीन पर नकेल कसने के लिए 59 एप्स पर पूरी तरह बैन लगा दिया है। जिन एप्स पर प्रतिबंध लगाया गया है उनमें टिकटॉक, यूसी ब्राउजर, शेयर इट आदि एप्स हैं। इनके अलावा हैलो, लाइक, कैम स्कैनर, शीन क्वाई भी बैन कर दिया गया है। बायडू मैप, केवाई, डीयू बैटरी स्कैनर भी बैन हो गया है। बता दें कि सरकार ने इन चीनी एप्स पर आईटी एक्ट 2000 के तहत बैन लगाया है।इससे पहले भारतीय सुरक्षा एजेंसियों से चाइनीज एप की एक लिस्ट तैयार कर केंद्र सरकार से अपील की थी इनको बैन किया जाए या फिर लोगों को कहा जाए कि इनको तुरंत अपने मोबाइल से हटा दें। इसके पीछे दलील ये दी गई थी कि चीन भारतीय डेटा हैक कर सकता है।वहीं हाल में ही लद्दाख की गलवान घाटी में चीन की सेना के साथ हाल में भी हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद से ही चीन और उसके प्रोडक्ट समेत सभी एप्स को लेकर भारत के लोगों में गुस्सा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आत्मनिर्भर भारत बनने की लोगों से अपील की थी।