- परीक्षण प्रति 10 लाख व्यक्ति (टीपीएम) में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और आज यह 21,769 पर पहुंच गया
- देश में एक दिन में कोरोना के संक्रमण से मुक्त होने वालों की संख्या आज सर्वाधिक 57,584 रही
- संक्रमण मुक्त होने की दर 72 प्रतिशत से अधिक हुई
- जल्दी ही देश में 20 लाख से ज्यादा लोग कोरोना के संक्रमण से मुक्त हो जाएंगे
नई दिल्ली | भारत ने 3 करोड़ कोविड परीक्षण (Covid19 Test in India) आयोजित करने के नए कीर्तिमान को स्थापित किया है। पूरे देश में आसानी से परीक्षण के लिए स्थापित नैदानिक प्रयोगशाला नेटवर्क और आराम से परीक्षण की सुविधा के कारण परीक्षणों को काफी बढ़ावा मिला है। पिछले 24 घंटों में 7,31,697 परीक्षण करके भारत अपनी परीक्षण क्षमता प्रतिदिन 10 लाख तक बढ़ाने के संकल्प अभियान पर हैं। इस उपलब्धि के आधार पर परीक्षण प्रति 10 लाख व्यक्ति देश में कोरोना के संक्रमण से मुक्त होने वालों की संख्या हर दिन लगातार बढ़ रही है।
देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना से सबसे ज्यादा 57,584 लोग संक्रमण मुक्त हुए और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इसके साथ ही देश में कोरोना से स्वस्थ होने वालों की दर 72 प्रतिशत से अधिक हो चुकी है, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। यह एक प्रभावी रोकथाम रणनीति के सफल और समन्वित कार्यान्वयन, व्यापक स्तर पर किये जा रहे जांच कार्यों और रोगियों के बेहतर नैदानिक प्रबंधन का परिणाम है। भारत ने कोविड रोगियों की देखभाल के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा तय मानकों के अनुरुप उनका हल्के, मध्यम और गंभीर रोगियों के रूप में वर्गीकरण किया है। इस प्रभावी नैदानिक प्रबंधन रणनीतियों के सकारात्मक परिणाम आए हैं। अधिक संख्या में कोविड रोगियों के ठीक होने और उन्हें अस्पतालों तथा घरों में क्वारंटीन से छुट्टी दिए जाने (हल्के और मध्यम संक्रमण के मामलों में) के साथ, देश में कोविड संक्रमण से मुक्त होने वाले लोगों की संख्या लगभग 20 लाख (19,19,842) तक पहुंच गई है। इसने यह सुनिश्चित किया है कि कोविड के सक्रिय मामलों की तुलना में इससे संक्रमण मुक्त होने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यह आज 12,42,942 हो चुकी है। देश में कोविड के सक्रिय मामले घटकर 6,76,900 रह गए हैं, जोकि कुल पॉजिटिव मामलों का 25.57 प्रतिशत है। हल्के और मामूली संक्रमण का शुरुआती स्तर पर पता लगाने और ऐसे व्यक्तियों को तुरंत क्वारंटीन में रखे जाने तथा गंभीर मामलों का इलाज अस्पताल में करने के समय रहते किये गए उपायों ने कोविड के प्रभावी प्रबंधन में काफी मदद की है। कोविड से होनी वाली मृत्यु दर आज और घटकर 1.92 प्रतिशत रह गई है।
जबकि संचयी परीक्षण जो 14 जुलाई 2020 को 1.2 करोड़ था 16 अगस्त 2020 को बढ़कर 3.0 करोड़ हो गया। पॉजिटिव मामलों की दर इसी अवधि के दौरान 7.5 प्रतिशत से बढ़कर 8.81 प्रतिशत हो गई है। हालांकि, अधिक संख्या में हुए परीक्षण शुरू में पॉजिटिव मामलों की दर में वृद्धि करेंगे लेकिन शीघ्र आइसोलेशन, ट्रैकिंग और समय पर नैदानिक प्रबंधन जैसे अन्य उपाय के कारण इसमें कमी आएगी, जैसा कि दिल्ली के अनुभव ने दर्शाया है।आक्रामक परीक्षण ने कोविड-19 के पॉजिटिव मामलों की जल्दी पहचान और आइसोलेशन को बढ़ावा दिया है। इसके साथ-साथ निपुण नैदानिक उपचार से मृत्यु दर में कमी आई है। इस प्रकार समय पर परीक्षण न केवल पॉजिटिव मामलों की दर को कम कर रहा है, बल्कि मृत्यु दर को भी घटा रहा है।परीक्षण रणनीति ही पूरे देश में तेजी से बढ़ रही नैदानिक प्रयोगशाला नेटवर्क की मुख्य निर्धारक है। जनवरी 2020 में पुणे में एक प्रयोगशाला से बढ़कर आज देश में 1470 प्रयोगशालाएं हो गई हैं जिनमें 969 प्रयोगशालाएं सरकारी क्षेत्र में है और 501 निजी प्रयोगशालाएं हैं। जो इस प्रकार हैं।
- वास्तविक समय आरटी पीसीआर आधारित परीक्षण प्रयोगशालाएं: 754 (सरकारी: 450 + निजी: 304)
- ट्रूनेट आधारित परीक्षण प्रयोगशाला: 599 (सरकारी: 485 + निजी: 114)
- सीबीएनएएटी आधारित परीक्षण प्रयोगशालाएं: 117 (सरकारी: 34 + निजी: 83)